किसी चीज की गलत आदत इंसान के लिए घातक साबित हाे सकती है। अब शराब काे ही देख लीजिए ये बीते दिनों की बात है जब शराब सिर्फ पुरुष ही पिया करते थे, अब तो महिलाएं इस मामले में पुरुषों को भी पीछे छोड़ रही हैं। हालांकि इसका बुरा असर भी उन पर दिखने लगा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर रोज आधा ग्लास वाइन या एक छोटी बीयर पीने से स्तन कैंसर का ख़तरा बढ़ जाता है।
महामारी के बाद महिलाएं पी रही हैं ज्यादा शराब
दावा किया जा रहा है कि कोरोना महामारी के दौरान से महिलाएं सामान्य से अधिक शराब पी रही हैं। एक सर्वे में पाया गया था कि महिलाओं में शराब की अधिक खपत का सबसे बड़ा कारण तनाव और चिंता है। यानी कि महिलाएं पहले से ज्यादा शराब पीने लगी हैं। एक शोध में कहा गया कि जो महिलाएं शराब की एडिक्ट हो चुकी हैं उनमें स्तन कैंसर के साथ हेड और नेक कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। एक हफ्ते में कम से कम तीन से छह बार अल्कोहल इनटेक करने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 15 फीसदी तक बढ़ सकता है।
कई प्रकार के कैंसर को जन्म देती है शराब
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट भी यही बात उजागर कर चुकी है शराब चाहे किसी भी मात्रा में पिया जाए, स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव जरूर पड़ता है। ज्यादा शराब का सेवन करने से शरीर में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। दरसल शराब का सेवन सात प्रकार के कैंसर को जन्म दे सकता है। इनमें सबसे कॉमन कैंसर- आंत्र का कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर है। शराब की थोड़ी सी मात्रा भी किसी व्यक्ति के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है।
शराब की एक बूंद भी पहुंचाती है नुकसान
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 'शराब की एक बूंद भी स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना पीते हैं. कम पीते हैं या ज्यादा पीते हैं। वहीं ब्रेस्ट कैंसर की बात करें तो दुनियाभर में कैंसर के कारण होने वाली मौतों में सबसे ज्यादा इस कारण ही मौतें होती है। ब्रेस्ट कैंसर के ज्यादातर मामलों में तीसरे या चौथे स्टेज पर पहुंचने पर लक्षण दिखाई देते हैं. ऐसे में इलाज मुश्किल हो जाता है और खतरे बढ़ जाते हैं.
ऐसे में कहा जाता है कि महिलाएं संतुलित आहार, संतुलित वज़न और व्यायाम के ज़रिये स्तन कैंसर के ख़तरे को कम कर सकती हैं।
स्तन कैंसर की पहचान क्या है
-स्तन या ब्रेस्ट कैंसर का पहला लक्षण महिलाओं के स्तन में दर्द रहित एक गांठ होना है।
-निप्पल में खून जैसा पानी या डिस्चार्ज होना।
-निप्प्ल का बाहर की जगह स्तन के अंदर धस जाना।
-निप्पल पर दाद या रैशेज होना।
स्तन के आकार में बदलाव होना ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हैं।