योग स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी है। यदि आप योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाते हैं तो आप कई सारी बीमारियों से दूर रहेंगे। योग का महत्व और उससे होने वाले फायदे बताने के लिए पिछले सात सालों से विश्वस्तर पर 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस भी मनाया जाता है। इस साल आठवां योग दिवस मनाया जाने वाला है। यह योग दिवस कर्नाटक के मैसूर में होगा। हर साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वंय योग करके लोगों को योग से होने वाले फायदों के बारे में भी बताते हैं। अपने बेहतर लाइफस्टाइल और अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप योग को अपनी रुटीन का हिस्सा बना सकते हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसे योगासन जिन्हें आप नियमित तौर पर कर सकते हैं।
ताड़ासन करें
अगर आपने अभी नया-नया योग करना शुरु किया है तो ताड़ासन आपके लिए बहुत ही बेहतर आसन है। इस आसन के करने से आपका शरीर स्ट्रेच होता है, मांसपेशियों के दर्द में भी आराम मिलता है। इस आसन को करने से आपका वजन भी कम होता है। लंबाई बढ़ाने और बैक पेन में भी यह आसन बहुत ही लाभदायक है।
कैसे करें ताड़ासन?
.सबसे पहले पंजों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं। ध्यान रखें कि आपके शरीर का वजन दोनोंं पैरों पर एक जैसा हो।
. फिर सांस को अंदर खींचते हुए हाथों को सिर के ऊपर सीधा ले जाएं।
. इसके बाद दोनों हाथों की उंगलियों को अापस में मिलाएं और हथेलियों को आसमान की ओर कर लें।
. अब शरीर को अपने पंजों से ऊपर की तरफ उठाएं और हथेलियों को आसमान की तरफ खींचें।
. अपने शरीर को जितना हो सके आसमान की ओर खींचे।
. ऐसी ही अवस्था में 15 मिनट के लिए बने रहें। धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आने का प्रयास करें।
. आप ऐसे ही यह आसन 5 से 10 बार कर सकते हैं।
तिर्यक ताड़ासन करें
यह आसन ताड़ासन से काफी मिलता जुलता है। ताड़ासन के अगले स्टेप को आप तिर्यक ताड़ासन कह सकते हैं। इस आसन को करने से आपके कंधे और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। शरीर एकदम फ्लेक्सिबल रहता है। आपके शरीर की अत्यधिक चर्बी कम होती है। पाचन शक्ति मजबूत होती है और कब्ज की समस्या भी दूर होती है।
कैसे करें तिर्यक ताड़ासन?
. सबसे पहले किसी खुली जगह पर ताड़ासन की अवस्था में ही खड़े हो जाएं।
. अपने दोनों पैरों के बीच में थोड़ा सा गैप रखें और बिल्कुल सीधे रहें।
. फिर दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिलाएं।
. उंगलियों को सिर के ऊपर उठा लें और हाथों को ऊपर की ओर खींचे।
. इसके बाद आप पैरों की उंगलियों के सहारे पर खड़े होने का प्रयास करें।
. शरीर को ऊपर की ओर खींचे।
. फिर अपने शरीर को कमर से पहले दाईं और फिर बाईं और झुकाएं।
. ऐसी ही स्थिति में 15 मिनट बने रहें। फिर आप सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं।
. आप दोनों तरफ से ऐसे ही आसन को 10 बार करें।
कटिचक्रासन करें
कटिचक्रासन करने से आपके पेट और कमर के आसपास के हिस्से पर फर्क पड़ता है। आपकी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, कमर के आसपास फैट कम होता है, आपका शरीर की फ्लेक्सिब्लिटी बढ़ती है, कंधे और गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
कैसे करें कटिचक्रासन?
. सबसे पहले सावधान की अवस्था में खड़े हो जाएं।
. आप इस तरह से खड़ें हों कि पैरों के बीच में करीबन डेढ़ फुट की दूरी बनी रहे।
. फिर अपने कंधों की सीध में दोनों हाथों को फैला लें।
. इसके बाद अपने बाएं हाथ को दाएं कंधे पर रखें और दाएं हाथ को पीछे से बाईं ओर की तरफ से लाकर अपने कमर से लपेटें।
. अपनी सांस की क्रिया को सामान्य रुप से करते हुए मुंह को घुमाकर बाएं कंधों के साथ में ले आएं।
.ऐसी ही स्थिति में कुछ देर खड़े रहें और फिर दाई ओर से भी इस क्रिया को ऐसी ही दोहराएं।
. आप इस क्रिया को अपनी क्षमता के अनुसार कर सकते हैं।