घातक करोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ यह वायरस दक्षिण कोरिया, जापान, फिलीपिंस, हांगकांग, थाईलैंड और भारत तक पहुंच चुका है। वहीं अब खबरें आ रही हैं कि कोरोना वायरस ईरान में भी पहुंच गया है।
ईरान की उपराष्ट्रपति हुई शिकार
इतना ही नहीं, घातक कोरोना वायरस ने ईरान की उपराष्ट्रपति मासूम्हे इब्तेकार को भी अपनी चपेट में ले लिया है। खबरों के मुताबिक, ईरान में कोरोना वायरस के संक्रमण के पुष्ट 245 मामलों में करीब 26 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किनोश जहांपौर ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में मृतकों की संख्या के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि और प्रयोगशाला में वायरस के संक्रमण की जांच की जा रही है। आगामी दिनों में मामलों की संख्या बढ़ सकती है।
अब तक 80 हजार से ज्यादा लोग हो चुके शिकार
दुनियाभर में अब तक 80,128 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें 77,658 लोग चीन केहैं। चीन के बाद अब ईरान में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आए है। वहीं, दक्षिण कोरिया में इस वायरस के 171 नए मामले सामने आ है। कोरोना वायरस के ये आंकड़े दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे हैं।
कई दिनों तक जिंदा रह सकता है यह वायरस
चौकाने वाली बात यह है कि इस वायरस के बैक्टीरिया 4 गुना ज्यादा लंबे समय तक जिंदा रह सकते हैं। आमतौर पर फ्लू के वायरस 2-3 दिनों तक जिंदा रहते हैं। वही यह सिर्फ संजीव नहीं बल्कि निर्जीव वस्तुओं को छूने से भी फैलता है।
महामारी का रुप ले सकता है कोरोना वायरस
डब्ल्यूएचओ ने कहा, 'कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है। वहीं कई मामले ऐसे भी हैं, जिसमें मरीज ना तो चीन गया और ना ही वो संक्रमित व्यक्ति के साथ रहा। बावजूद इसके उनमें कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस वायरस के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यह महामारी का रूप ले सकता है और सभी को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
हवा से भी फैल रहा है इंफैक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, यह हवा के जरिए भी फैल रहा हैष इसे एयरोसोल ट्रांसमिशन कहा जाता है। एयरोसोल ट्रांसमिशन का मतलब है कि वो हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों के साथ मिलकर इंफैक्शन फैला रहे हैं। ऐसे हालात में हवा में सांस लेने पर भी इंफैक्शन हो सकता है। ऐसे में लोगों को मास्क पहने रखने की सलाह दी जा रही है।
कितनी देर में फैलता है संक्रमण?
एक्सपर्ट के मुताबिक, यह वायरस 15 सेकेंड में फैल सकता है। हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों के साथ मिलकर यह इंफैक्शन फैलाते हैं। ऐसे हालात में हवा में सांस लेने पर भी इंफैक्शन हो सकता है। इसलिए लक्षणों को इग्नोर ना कर तुरंत चेकअप करवाएं।
किन्हें ज्यादा खतरा?
-कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को अधिक खतरा
-वहीं बूढे लोगों को इसका अधिक खतरा
-डॉक्टर और मेडिकल टीम के लोगों को भी बहुत खतरा है, क्योंकि वे वायरस से पीड़ित मरीजों के संपर्क में आते रहते हैं।
इंफैक्शन के लक्षण?
कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी किसी भी तरह का वैक्सीन उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके इलाज के लिए वैक्सीन तैयार करने की बात की जा रही है।
. तेज बुखार व सिरदर्द
. जुकाम, सूखी खांसी
. सांस लेने में दिक्कत
. किडनी फेल
. लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप करवाएं।
कैसे रखें खुद का बचाव ?
1. WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने दुनियाभर में सलाह जारी की है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग लगातार अल्कोहल से हाथ धोएं।
2. साफ सफाई का ध्यान रखें,
3. मास्क पहनने
4. बीमार लोगों के संपर्क में आने से बचें।
5. बाहर का खाने से बचें।
6. भीड़-भा़ड़ और घमदी जगह
कोरोना वायरस से निपटने के लिए अभी किसी भी तरह का वैक्सीन उपलब्ध नहीं है लेकिन इसके इलाज के लिए वैक्सीन तैयार करने की बात की जा रही है।