दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी को अपनी डाइट लेने की सलाह दी जा रही है। मगर खाने से जुड़ी गलत आदतों को लेकर कोरोना के साथ अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में सभी को सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 16 अक्तूबर यानि आज के दिन 'विश्व खाद्य दिवस' के रूप में मनाया जाता है। तो चलिए आज हम आपको खाने से जुड़ी कुछ गलत आदतों के बारे में बताते हैं, जिसे समय रहते बदल लेने में ही भलाई है...
नाश्ता स्किप करना
अक्सर लोग जल्दबाजी और वजन को घटाने के लिए नाश्ते को स्किप करना सही समझते हैं। मगर इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स के अनुसार, सुबह का नाश्ता करने से शरीर को दिनभर ऊर्जा मिलने के साथ बीमारियों से बचाव रहता है।
कैफीन का अधिक सेवन करना
भारी मात्रा में चाय, कॉफी, सोडा आदि का सेवन करने से शरीर में सूजन होने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इम्यूनिटी लेवल लो हो शरीर में थकान व कमजोरी आदि है। साथ ही बीमारियों के लगने का खतरा बढ़ता है।
घर का भोजन न खाना
ज्यादा देर बाहर का तला- भुना व मसालेदार भोजन खाने बीमारियों के लगने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में घर का ताजा व कम मसालेदार भोजन खाना का चाहिए। इससे इम्यूनिटी बढ़ने के साथ दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार रहेगा।
जल्दबाजी में भोजन करना
अगर भोजन को अच्छे से चबाकर न खाया जाए तो इससे उसे पचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पाचन क्रिया खराब होने से पेट से संबंधित बीमारियों के लगने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में हमेशा भोजन को अच्छे से चबाकर ही खाएं।
स्नैक्स के तौर पर सही चीजें न चुनना
अक्सर लोग स्नैक्स के के रूप में बाहर का तला- भुना, मसालेदार, प्रोसेस्ड फूड और भारी मात्रा में मीठी चीजों को खाना पसंद करते है। इससे सेहत को नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसे में हमेशा खाने में सूखे मेवे, चिया सीड्स, सूरजमूखी के बीज, ताजे फल, आदि को हैल्दी स्नैक्स के तौर पर चुनें।
फलों का सेवन कर
एक्सपर्ट्स के अनुसार, रोजाना ताजे फलों को खाने या इसका जूस पीने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने के साथ बीमारियों से बचाव रहता है। ऐसे में जो लोग इसका सेवन नहीं करते हैं। उन्हें इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। फलों का सेवन करने से शरीर को सारे विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाते हैं।
ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए समय रहते अपनी इस आदत को बदल लेने में ही भलाई है।