दुनियाभर में भारतीय महिलाएं देश का नाम रोशन कर रही है। बीते दिनों जहां चंडीगढ़ की हरनाज कौर सिंधू ने 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का ताज जीता तो वही कल लीना नायर को फ्रांस के लग्जरी फैशन ब्रांड शनैल ने लंदन में अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव (CEO) नियुक्त कर दिया है। 52 साल की लीना नायर इससे पहले यूनिलीवर में बतौर चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) थीं।
यहां आपको बता दें कि इंदिरा नूई के बाद वह भारतीय मूल की दूसरी ऐसी महिला हैं जो किसी ग्लोबल कंपनी में सीईओ बनी हैं। इंद्रा नूई पेप्सिको की ग्लोबल सीईओ थीं। जिसे लीना अपना अच्छा दोस्त और मेंटॉर भी मानती हैं। इंटरनेशनल ब्रांड शनैल की CEO नियुक्त होने के बाद अब सोशल मीडिया पर लीना नायर छाई हुई है।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाली लीना ने अपने नए कदमों के बारे में ट्विटर पर लिखा, 'मैं शेनेल में बतौर ग्लोबल चीफ़ एग्जीक्यूटिव अपॉइंट होकर बहुत सम्माननीय महसूस कर रही हूं। यह एक शानदार और अनुकरणीय कंपनी है।''
लोग, लीना नायर की सक्सेस स्टोरी जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर वो हैं कौन और उनका अब तक का यह शानदार सफर कैसा रहा तो चलिए आज वीडियो में आपको लीना नायर की ही स्टोरी बताते हैं...
पहले तो आपको बता दें कि जिस इंटरनेशनल ब्रांड की लीना नायर CEO बनने जा रही है वो अपने ट्वीड सूट, क्विल्टेड हैंडबैग और No. 5 परफ्यूम के लिए जाना जाता है।
11 जून 1969 को जन्मी लीना नायर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं। यही से उन्होंने अपनी स्कूलिंग पूरी की और सांगली में वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। बाद में लीना ने जमशेदपुर के जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से MBA की डिग्री ली। लीना अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं।
एक इंटरव्यू में लीना ने कहा था कि जब उन्हें जमशेदपुर के जेवियर्स कॉलेज से ऑफर मिला था तो उनके लिए अपनी फैमिली को मनाना काफी मुश्किल था खासकर पापा को। इसके लिए पापा को तैयार करना उनके लिए आसान नहीं था कि उन्हें जमशेदपुर जाकर पढ़ना है, जहां ट्रेन से जाने में करीब 48 घंटों का वक्त लगता है।
1. किसी तरह लीना ने पिता को मना ही लिया फिर साल 1992 में लीना ने हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी से अपने करियर की शुरूआत की।
2. बाद में साल 1993 में वह लिप्टन में फैक्ट्री पर्सनल मैनेजर बनीं।
3. 1996 में हिंदुस्तान लीवर में ही वह एंप्लॉई रिलेशन्स मैनेजर बन गईं। यहां आपको बता दें कि हिन्दुस्तान लीवर ने अपना नाम बदल कर यूनिलीवर कर लिया था।
4. लीना, 8 साल पहले लंदन शिफ्ट हो गई थी,जहां उन्होंने एंग्लो-डच कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला था।
5. 2016 में उनकी प्रमोशन हुई और वो वह यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे कम उम्र की CHRO बन गईं। लीना नायर को पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था।
6. 30 साल की अनुभवी लीना ने अपने कार्यकाल में कई HR एंटरवेंशन किए हैं, जिसमें से बाय चॉइस सबसे सराहा जाने वाला इनिशिएटिव था। इस प्रोगाम में उन महिलाओं को वर्कफोर्स में लाना था, जिन्होंने अपने करियर को पीछे छोड़ दिया है।
बता दें कि वह अगले साल जनवरी में कंपनी में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएंगी। लीना नायर की इस सफलता पर देश-दुनिया से उन्हें शुभकामनाएं और बधाइयां मिल रही हैं। हरनाज कौर संधु के बाद लीना नायर की बड़ी सफलता ने भारत का नाम और रोशन कर दिया है।