पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार ये खबर आ रही थी कि कैडबरी चॉकलेट में बीफ होता है। जिसके चलते सोशल मीडिया पर कैडबरी का #BoycottCadbury अभियान भी चलने लगा, लेकिन इस चर्चा में नया मोड़ सामने आया है। दरअसल, कैडबरी इंडिया ने ट्वीट कर मामले में अपना पक्ष रखा है।
भारत में तैयार किया जानेवाला प्रोडक्ट 100% वेजिटेरियन
कंपनी की ओर से कहा गया कि सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा संदेश भ्रामक है क्योंकि यह भारत से संबंधित नहीं है। भारत में मॉन्डलेज़ / कैडबरी के बेचे या उत्पाद किए जाने वाले उसके प्रोडक्ट्स में कोई बीफ या दूसरे मांस आधारित सामग्रियां नहीं है। भारत में तैयार किया जानेवाला प्रोडक्ट 100% वेजिटेरियन है। जिस प्रोडक्ट में ग्रीन (हरा) मार्क है वह पूरी तरह से शाकाहारी उत्पाद है। कम्पनी की ओर से ऐसे भ्रामक मैसेजेस सोशल मीडिया पर डालने से पहले उसकी जांच करने की अपील की गई है। वहीं, कस्टमर केयर से संपर्क करने की भी हिदायत दी गई है।
जानें क्या है मामला
बतां दें कि सोशल मीडिया पर एक स्क्रीन शॉट शेयर कर यह दावा किया जा रहा था कि कैडबरी कंपनी अपने कई उत्पादों में जिलेटिन Gelatin का इस्तेमाल करती है और कंपनी ने खुद यह कहा है कि वह इसमें हलाल मीट के अंश का इस्तेमाल करती है। ऐसे में इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी बवाल मच गया। वहीं, सोशल मीडिया में वायरल होते इन मैसेजेस पर कंपनी का ध्यान तब गया जब यूजर्स ने सीधे कम्पनी को टैग कर मैसेजेस करने शुरू कर दिए।
चॉकलेट के रैपर पर हरे रंग का सर्कल100% शाकाहारी का संकेत
कंपनी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से मैसेज डाला कि जिन प्रोडक्ट का जिक्र किया जा रहा है वे भारत में नहीं बनते हैं। वायरल मैसेजेस के प्रोडक्ट्स मोंडलेज़ इंटरनेशनल के हैं जो एक अमेरिकी कंपनी है, लेकिन जिसपर अब ब्रिटिश कंपनी कैडबरी की मालिक है, इसके साथ ही कंपनी ने यह भी बताया कि, चॉकलेट के रैपर पर हरे रंग का सर्कल बताता है कि भारत में निर्मित और बेची जाने वाली चीजें 100% शाकाहारी हैं।