भारत में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं। ऐसे में बात अगर हम गुजरात की करें तो यहां पर आपको घूमने के बहुत सी बेहतरीन जगह मिलेगी। यह शहर अपने खाने के साथ घूमने की जगहों से भी फेमस है। यहां पर बने पार्क, मंदिर, म्यूजियम आदि किसी का भी दिल आसानी से जितने का काम करते हैं। यहां आपको बता दें, हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का जन्म भी गुजरात की धरती पर ही हुआ था। ऐसे में आज उनके जन्म दिन के अवसर पर हम आपको गुजरात शहर की कुछ फेमस जगहों के बारे में बताते हैं। ऐसे में अगर आप भी यहां घूमने का प्लान बना रहें हैं तो जानते है गुजराज में घूमने की बेस्ट जगह...
साबरमती आश्रम
गुजरात में सबरमती आश्रम बेहद मशहूर है। यह गुजराज में बहने वाली साबरमती नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। यहां का शांत भरा वातावरण आपको सुकून दिलाएगा। यहां आपको बता दें, आजादी से पहले सन् 1917 से 1930 के दौरान महात्मा गांधी का हेडक्वार्टर था। इसी जगह से ही देश को आजाद करवाने के लिए गांधी जी ने दांडी मार्च का आयोजन किया था। माना जाता है कि उनके द्वारा इस स्थान को चुनने के पीछे का कारण था कि इस आश्रम के एक ओर जेल तो दूसरी ओर शमशान घाट बना हुआ था। उनके मुताबिक जो लोग सत्याग्रहियों को इनमें से किसी एक स्थान पर ही जगह मिलेगी। इस आश्रम में एक सुंदर सी लाइब्रेरी भी बनी हुई है।
गिर फॉरेस्ट नैशनल पार्क
अगर आप जंगली जानवर देखने का मजा लेना चाहते हैं तो ऐसे में गुजरात का गिर फॉरेस्ट नैशनल पार्क बेस्ट रहेगा। यहां पर आपको एशियाई शेर के साथ जंगली जंगली सुअर, मोर, हिरण आदि देखने को मिलेंगे। साथ ही यहां का प्राकृतिक नजारा आपका मन मोह लेेने का काम करेगा।
बड़ौदा म्यूजियम
कला प्रेमी और क्रिएटिव चीजों का शौक रखने वाले लोग यहां पर बनी बड़ौदा म्यूजियम में जाकर एक अलग ही तरह के नजारों को देख पाएंगे। इस म्यूजियम में आप भारत, चीन, तिब्बत, जापान यूरोप और इजिप्ट आदि देशों की कलाकृति को देखने का आनंद मना सकते हैं। यकीन मानिए यहां पर पड़ी हर चीजों आपको हैरान कर देने वाली होगी। साथ ही यहां पहुंच कर इस बात का खास ध्यान रखें कि इस जगह पर फोटो खिचने की मनाही है। मगर फिर भी आप इस म्यूजियम की तस्वीरें लेना चाहते हैं तो आपको इसके लिए पहले परमिशन लेनी पड़ेगी।
सोमनाथ मंदिर
जो लोग धार्मिक प्रवृति के है ऐसे में वे लोग गुजरात के सोमनाथ मंदिर में दर्शन करने जरूर जाए। यह एक प्राचीन शिव मंदिर है। यहां पर भगवान शिव के कुल 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित है। बात मंदिर के निर्माण की करें तो यह चालुक्य वास्तुकला में किया गया था। वैसे तो भोलेनाथ के इस मंदिर में साल भर भक्तों की भीड़ जमा रहती है। मगर कार्तिक पूर्णिमा के समय दूर- दूर से श्रद्धालु यहां पर दर्शन करने आते हैं।
द्वारकाधीश मंदिर
प्राचीन शिव मंदिर के साथ ही गुजराज के द्वारका में भगवान श्रीकृष्ण का द्वारकाधीश मंदिर स्थापित है। माना जाता है कि यह मंदिर आज से लगभग 2,000 से 2200 साल पुराना है। 5 मंजिलों पर बने इस मंदिर की ऊंचाई करीब 235 मीटर है। साथ ही यह पूरे 72 स्तंभों पर बना है। कहते हैं कि इस मंदिर को बनवाने वाला और कोई नहीं बल्कि भगवान श्री कृष्ण का पोता वज्रभ था।