नारी डेस्क: नवजात शिशुओं में गैस बनना एक सामान्य समस्या है। जब बच्चा मां का दूध या फॉर्मूला दूध पीता है, तो अक्सर उसे गैस की समस्या हो सकती है। यह समस्या ज्यादातर, शिशु के पेट में गैस बनने के कारण उत्पन्न होती है। कुछ शिशु दिन में 10-15 बार गैस पास करते हैं। हालांकि, कभी-कभी यह समस्या बढ़ जाती है, जिसके कारण बच्चा असहज और परेशान हो सकता है।शिशुओं में गैस बनने के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे दूध पीने के बाद डकार न आना, फॉर्मूला मिल्क का ठीक से पचना, या बॉटल से जल्दी-जल्दी दूध पीने के कारण पेट में गैस का बनना। यदि शिशु को गैस की समस्या बार-बार हो रही है, तो वह चिड़चिड़ा भी हो सकता है और रोने लगता है। ऐसे में माता-पिता को कुछ उपायों को अपनाना चाहिए, ताकि शिशु को राहत मिल सके। इस लेख में हम नवजात शिशुओं को गैस से राहत दिलाने के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे।
नवजात शिशु के पेट में गैस होने के लक्षण
घबराहट और चिड़चिड़ापन - शिशु बार-बार रोने लगता है और चिड़चिड़ा महसूस करता है।
पेट का फूला हुआ लगना - शिशु का पेट सामान्य से अधिक फूला हुआ महसूस होता है।
जोर से रोना - पेट में गैस होने पर शिशु जोर से रोने लगता है।

पैरों को पेट की ओर खींचना - गैस की वजह से शिशु पैरों को पेट की तरफ खींचने की कोशिश करता है।
पेट को रगड़ना - गैस की समस्या में शिशु अक्सर पेट को रगड़ने लगता है।
पेट से आवाज आना - शिशु के पेट से गैस के बुलबुले या आवाजें आ सकती हैं।
बार-बार डकार लेना - गैस की वजह से शिशु को बार-बार डकार आती है।
नवजात शिशु को गैस से राहत दिलाने के घरेलू उपाय
हींग का इस्तेमाल करें
हींग गैस की समस्या के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। यदि शिशु को गैस की समस्या हो रही हो, तो आप उसकी नाभि के ऊपर हींग का पानी मल सकते हैं। इसके अलावा, आप हींग का पेस्ट बनाकर शिशु के पेट और नाभि के आसपास लगा सकते हैं। इससे गैस बाहर निकलने में मदद मिलती है और शिशु को राहत मिलती है।
शिशु की मालिश करें
नवजात शिशु के पेट की मालिश करने से पेट में फंसी गैस बाहर निकालने में मदद मिलती है। शिशु को पीठ के बल लिटाकर उसके पेट पर सर्कुलर मोशन में मसाज करें। आप 'आई लव यू' मसाज तकनीक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके लिए शिशु के पेट पर I, L और Y अक्षरों की तरह मसाज करें। यह तरीका शिशु को गैस से राहत दिलाने में मदद करता है।

दूध पिलाते वक्त शिशु का सिर ऊंचा रखें
यदि आप शिशु को बॉटल से दूध पिलाते हैं, तो दूध पिलाते वक्त शिशु का सिर पेट से थोड़ा ऊंचा रखें। जब शिशु बॉटल से जल्दी-जल्दी दूध पीता है, तो इसके साथ हवा भी उसके पेट में जाती है, जिससे गैस बन सकती है। यदि सिर ऊंचा रखा जाए, तो गैस ऊपर की ओर आ जाएगी और शिशु आसानी से डकार ले सकेगा।
पेट की सिकाई करें
यदि शिशु पेट दर्द और गैस की समस्या से परेशान है, तो पेट की सिकाई करने से राहत मिल सकती है। गुनगुने पानी में तौलिया भिगोकर उसे अच्छे से निचोड़ लें और फिर शिशु के पेट पर रखें। यह प्रक्रिया शिशु को गैस और ऐंठन से आराम दिलाने में मदद करती है। ध्यान रहे कि पानी ज्यादा गर्म न हो, वरना शिशु को जलन हो सकती है।
घुटने मोड़ते हुए साइकिल चलवाएं
यदि शिशु गैस पास नहीं कर पा रहा है, तो आप उसे पीठ के बल लिटाकर घुटनों को मोड़ते हुए साइकिल चलाने जैसे मूव कर सकते हैं। इस विधि से गैस बाहर निकल जाती है और शिशु को राहत मिलती है।

यदि आप नवजात शिशु की गैस की समस्या को इन घरेलू उपायों के माध्यम से ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं, तो यह ध्यान रखें कि हर शिशु अलग होता है। अगर शिशु को इन उपायों से आराम नहीं मिल रहा है और वह लगातार परेशान हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
डिस्कलेमर: लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। शिशु की गैस की समस्या को लेकर कोई गंभीर समस्या हो तो कृपया डॉक्टर से संपर्क करें।