साल के पहले महीने का 19वां दिन भारत के राजनीतिक इतिहास में एक बड़ी जगह रखता है। 1966 में वह 19 जनवरी का ही दिन था, जब इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत के बाद इंदिरा गांधी ने वह कुर्सी संभाली जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार उनके पिता जवाहर लाल नेहरू ने संभाली थी। वह 1967 से 1977 और फिर 1980 से 1984 में उनकी मृत्यु तक इस पद पर रहीं।
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री
इंदिरा गांधी देश की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ था।उनके पिता जवाहरलाल नेहरू, ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे और भारत के प्रभुत्व के पहले प्रधान मंत्री बने। 1964 में पिता की मृत्यु के बाद उन्हें राज्यसभा (ऊपरी सदन) का सदस्य नियुक्त किया गया और सूचना व प्रसारण मंत्री के रूप में प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री कैबिनेट में सेवा की गई।
विरोध के बाद हासिल किया यह पद
कुछ समय बाद कांग्रेस अध्यक्ष कामराज ने श्रीमती इंदिरा जी को प्रधानमंत्री के रूप में चयन किया क्योंकि उन्होंने उन्हें इतना कमजोर माना। मगर, मोरारजी देसाई ने इंदिरा जी को कभी भी नेहरू का उत्तराधिकारी नहीं माना क्योंकि वह एक महिला थी। उन्होंने इंदिरा जी को लिटिल गर्ल कहकर खारिज कर दिया था। मगर, काफी विरोध के बाद इंदिरा जी चुनाव में खड़ी हुई और उन्होंने 19 जनवरी, 1966 में कांग्रेस संसदीय दल के चुनाव में मोरारजी को हराया था। चुनाव में उन्होंने 355 वोटों से जीत हासिल की थी जबकि मोरारजी को मात्र 169 वोट ही मिले थे।
कहा जाता है 'आयरन लेडी'
'आयरन लेडी' कही जाने वाली इंदिरा दृढ़ निश्चयी और अपने इरादों की पक्की इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी को उनके कुछ कठोर और विवादास्पद फैसलों के कारण याद किया जाता है। इंदिरा जी ने जहां कई महान उपलब्धियां हासिल की तो वहीं कई दंश भी झेले। 1975 में आपातकाल की घोषणा और 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सेना भेजने के फैसले उनके जीवन पर भारी पड़े। आपातकाल के बाद जहां उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी वहीं स्वर्ण मंदिर में सेना भेजने के फैसले की कीमत उन्हें अपने सिख अंगरक्षकों के हाथों जान देकर चुकानी पड़ी।
लगातार 3 कार्यकाल तक प्रधानमंत्री रहीं
19 जनवरी, 1966 को प्रधानमंत्री की शपथ लेने के बाद इंदिरा जी लगातार 3 कार्यकाल तक इस पद पर रहीं। 1980 में चौथी बार प्रधानमंत्री बनीं लेकिन 31 अक्टूबर, 1984 उनकी हत्या कर दी गई। इंदिरा का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। 1972 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा भी उन्हें कई और सम्मान भी मिले।