नारी डेस्कः खुद को सेहतमंद रखने के लिए सबसे जरूरी है हैल्दी खाना व लाइफस्टाइल। हम जैसा खाते हैं वैसा बन जाते हैं। यह एक वैज्ञानिक तथ्य है इसीलिए तो आहार को उनके गुणों के अनुसार ही हेल्दी और अनहेल्दी लिस्ट में रखा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समय-समय पर सेहत से जुड़ी चेतावनियां और जानकारियां जारी करता ही रहता है। कुछ अनहैल्दी फूड्स (WHO Unhealthy Foods List) को लेकर भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने लिस्ट जारी की है। इन फूड्स आइटम्स का रोजाना सेवन कई बीमारियों को न्यौता देता है।
World Health Organization (WHO) ने कुछ खाद्य पदार्थों को लेकर चेतावनियां दी हैं जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं, खासकर जब उनका अधिक सेवन किया जाता है। WHO के मुताबिक, मोटापा, हार्ट डिजीज, कैंसर, डायबिटीज इसमें मुख्य रुप में शामिल है और यह अनहैल्दी खाना शरीर को अंदर ही अंदर दीमक की तरह खोखला कर देता है। इसलिए इन अनहैल्दी फूड्स से परहेज करना ही बेहतर है। चलिए आपको उन्हीं अनहैल्दी फूड्स के बारे में बताते हैं जिसे कम खाने व परहेज करने की सलाह दी जाती है।
ट्रांस फैट्स (Trans fats)
ट्रांस फैट्स उन वसा (फैट्स) को कहते हैं जो रिफाइंड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं, जैसे बेक्ड गूड्स, पफेड स्नैक्स, फ्राइड- फास्ट फूड्स, और पैकेज्ड फूड्स। यह फैट शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को कम कर देती है।जिससे दिल की बीमारियां, डायबिटीज और अन्य क्रॉनिक बीमारियों का खतरा बढ़ता है। WHO ने ट्रांस फैट्स के सेवन को 2% से कम करने की सिफारिश
की है।
ज्यादा सोडियम वाले फूड्स (High-Sodium Foods)
कैनड फूड्स, प्रोसेस्ड मीट, इंस्टेंट नूडल्स, पिज्जा, सल्टी स्नैक्स आदि ये सब हाई सोडियम फूड्स हैं। सोडियम की अधिक मात्रा रक्तचाप (high blood pressure) बढ़ा सकती है, जिससे दिल और किडनी पर बुरा असर पड़ता है। हाई ब्लड प्रैशर से दिल के दौरे और स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है।
सफेद नमक का अधिक सेवन
वैसे हमारे शरीर में आयोडीन के लिए नमक का सेवन जरूरी है लेकिन यदि अगर आप इसका सेवन बहुत अधिक करते हैं तो यह आपकी सेहत को बहुत बिगाड़ सकती है।डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, अगर नमक की मात्रा प्रतिदिन 5 ग्राम से ज्यादा लेते हैं तो यह सेहत को बिगाड़ सकती है। ऐसे में चिप्स, डिब्बाबंद फूड और फास्ट फूड का सेवन कम करें तो अच्छा है क्योंकि इससे हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है।
बहुत ज्यादा मीठी ड्रिंक्स (Sugary Drinks)
सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स, स्वीटनड जूस, ये सब शुगरी ड्रिंक्स में शामिल है। इन ड्रिंक्स में कैलोरी बहुत ज्यादा होती है। इनमें ज्यादा मात्रा में शुगर होती है जो वजन बढ़ने, टाइप 2 डायबिटीज और दिल की बीमारियों का कारण बन सकती है। ज्यादा शुगर का सेवन, शरीर में सूजन और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है। WHO इसकी जगह पानी और ताजे फलों के जूस के सेवन की सलाह देता है।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स (Refined Carbohydrates)
रिफाइंड फूड्स जैसे सफेद ब्रेड, सफेद चावल, पास्ता, बेकरी प्रोडक्ट्स आदि। इसमें ना के बराबर फाइबर होता है जो शरीर को पोषण नहीं देते। इसमें शुगर और कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है जो मोटापे, इंसुलिन रेजिस्टेंस और टाइप-2 डायबिटीज की संभावना को बढ़ा देती है।
प्रोसेस्ड मीट (Processed Meats)
सॉसेज, हैम, बेकन, और अन्य प्रोसेस्ड मीट भी अनहैल्दी डाइट में ही शामिल किए गए हैं। इन खाद्य पदार्थों में नाइट्रेट्स और नाइट्राइट्स तत्व होते हैं जो कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इनका अधिक सेवन कोलोन कैंसर और अन्य क्रॉनिक बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकता है।
एल्कोहल का अधिक सेवन (Excessive Alcohol)
एल्कोहल का अधिक सेवन लीवर, मस्तिष्क और दिल पर बुरा असर डालता है। यह भी कैंसर और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
आर्टिफिशल स्वीटनर्स (Artificial Sweetener)
Aspartame, Sucralose जैसे स्वीटनर्स, यह भी सेहत के लिए बहुत खतरनाक है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि इन कृत्रिम स्वीटनर्स का अत्यधिक सेवन मेटाबोलिक समस्याओं, वजन बढ़ने और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है हालांकि इस पर अभी और शोध भी जारी हैं। WHO के मुताबिक, अगर इन खाद्य पदार्थों का सेवन आप बहुत अधिक मात्रा में करते हैं तो शरीर पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। शरीर अंदर से कमजोर हो सकता हैं। इसकी बजाय, ताजे फल, हरी-पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स, दूध-दही, पनीर और प्रोटीन के अच्छे स्रोत को अपनी डाइट में शामिल करें।