बच्चों में विटामिन 'ए' की कमी का असर उनकी आंखों पर बुरा प्रभाव डालता है। इससे आंखों की रोशनी कम होने के साथ जाने का भी खतरा रहता है। ऐसे में ही राजस्थान के झुंझुनू जिले में बाल स्वास्थ्य पोषण के अनुसार, बच्चों को विटामिन 'ए' की खुराक पिलाई जाएगी। इससे बच्चों में होने वाली कमजोरी और आंखों से जुड़ी बीमारियों के लगने का खतरा कम होगा। यह कार्यक्रम 30 अक्टूबर से शुरू होकर 30 नवंबर तक चलेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, बच्चों को दवाई पिलाने के लिए माइक्रो प्लान बनाया गया है। ताकि सभी बच्चों को आसानी से दवाई मिल सके।
कितने बच्चों को मिलेगी दवा?
इस प्लान में नौ महीने से शुरू हो कर 5 साल तक के बच्चों को विटामिन ए का डोज दिया जाएगा। इसमें करीब 2 लाख 2 हजार 934 बच्चों को दवाई पिलाई जाएगी। इस दवा को पिलाने के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का साथ लिया जाएगा। साथ ही आशा सहयोगिनी भी इसके लिए मदद करेंगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरोत्तम जांगिड़ का कहना है कि इन आंगनबाड़ी में कुपोषित बच्चों के अलावा बाकी के सभी 9 महीने से लेकर 5 साल तक के बच्चों को यह दवाई पिलाई जाएगी।
उम्र के हिसाब से अलग-अलग होगा दवाई की मात्रा
यहां आपको बता दें कि बच्चों को दी जाने वाली ये दवा उनकी उम्र के हिसाब से ही दी जाएगी। असल में, उम्र के हिसाब से सभी की जरूरते कम व ज्यादा होती है। ऐसे में नौ माह से 1 साल तक के बच्चों को दवाई का डोज 1 एमएल दिया जाएगा। उसके बाद 1 साल से ज्यादा व 5 साल से कम उम्र के बच्चों को 2 एमएल दवाई पिलाई जाएगी। साथ ही स्वस्थकर्मियों के अनुसार, यह दवाई बच्चों को कोरोना गाइड लाइन्स का पालन करके ही दी जाएगी।