किसी में भी आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। इससे इंसान जिंदगी की कोई भी परीक्षा को आसानी से पास कर पाता है। लेकिन अगर किसी को कॉन्फिडेंट बनाना उनके पैरेंट्स की ही जिम्मेदारी है और ये बचपन से ही किसी भी इंसान में डाला जाना चाहिए। ऐसा नहीं करने पर, बच्चों में कॉन्फिडेंस की कमी होती है और आगे चलकर भी उनकी झिझक नहीं खुलाती। ये परेशानी का सबाब बन सकती है और जिंदगी में चुनौतियां का सामना करना मुश्किल हो जाता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे के साथ ऐसा न हो और वो कॉन्फिडेंट बने तो ये असरदार टिप्स काम आएंगे।
बच्चे की करें तारीफ
जब भी बच्चे कोई अच्छा काम करें तो उसकी तारीफ जरूर करें। आपके ऐसा करने से अगली बार और अच्छा करने के लिए प्रेरित होगा। पैरेंट्स की तारीफ से बच्चे का कॉन्फिडेंस बढ़ता है।
बच्चों से करें प्यार
आप बोलचाल के लिए इस्तेमाल होने वाली गलत टोन और भाषा बच्चे को नर्वस फील करवा सकती है। ऐसे में अपने बच्चों के लिए टाइम जरूर निकालें और उनसे प्यार से बात करें। उनके सवालों का जवाब दें। उनकी बातें रुचि के साथ सुनें। इससे बच्चे कॉन्फिडेंट होता है।
निगेटिव सोच से रखें दूर
बच्चे अपने आसपास के माहौल से बहुत कुछ सीख लेते हैं। ऐसे में पैरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वो बच्चों को निगेटिव माहौल से दूर रखें। इसके साथ ही उनके सामने निगेटिव बातें जैसे तुमसे नहीं हो पाएगा, गिर जाओगे या चोट लग जाएगी जैसे शब्दों का इस्तेमाल न करें। इससे बच्चों पर नेगेटिव असर पड़ेगा।
न करें तुलना
कॉन्फिडेंट होने के लिए बच्चों का खुद को बेस्ट समझना जरूरी है, इसलिए उनकी तुलना किसी दूसरे बच्चे से कभी न करें। किसी महापुरुष की जीवनी या लोगों के अच्छे काम के बारे में बताएं जिससे वे प्रेरित हों। दूसरे बच्चों से तुलना करने पर उनमें जलन और हीन भावना पैदा हो सकती है, जिससे वे किसी नए काम को करने में झिझकेंगे और एक दबाव महसूस करते हैं। बच्चे से खुलकर बात करें और उन्हें ये समझाएं कि हर इंसान अलग होता है, सबकी अपनी खूबियां और खामियां होती हैं। इससे वो अपनी कमियों को भी सुधारने की कोशिश करेगा।
नई चीज़ें सिखाएं
बच्चों के शौक को समझे और उस हिसाब से नई चीज़ें सिखाएं जैसे पेंटिंग, डांसिंग, सिंगिंग या कोई भी ऐसी चीज जिसमें उसकी दिलचस्पी हो। ऐसे करने से उन्हें एक नई स्किल सीखेंगे और उनकी एनर्जी अच्छे कामों में लगती है, जिससे वे खुद के अंदर कॉन्फिडेंस आता है।