इन दिनों लोग लगातार काम के चक्कर में एक बिजी लाइफस्टाइल जी रहे हैं। जिसके चलते उनको कई सारी हेल्थ प्रॉब्लमस भी हो रही हैं। शारीरिक के साथ-साथ मानसिक तनाव भी आजकल की लाइस्टाइल में होना आम बात है। इससे दिमाग के फंक्शन करने पर भी असर पड़ता है। इन दिनों डिमेंशिया के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इससे दिमाग बहुत स्लो फंक्शन करता है और चीजें याद नहीं रहती हैं, जिसे मेमोरी लॉस भी कहते हैं। हालांकि सिर्फ ये ही इसका एक लक्षण नहीं होते, और भी कई सारे लक्षण होते हैं। इसलिए जरूरी है दिमाग को तंदरुस्त बना कर रखने की ताकि डिमेंशिया के खतरे को कम किया जा सके। ये टिप्स काम आएंगे...
रोज खाएं बादाम
अपने दिमाग को हेल्दी बनाए रखने के लिए रोज नट्स खाएं। इससे याद्दाश्त तेज होती है। रोजाना एक मुट्ठी नट्स खाने के बाद मानलिक स्वास्थय में सुधार करने में भी मदद मिलती है और यह कॉग्नेटिव हेल्थ बेहतर बनाने और बुजुर्गों में सोच, तर्क और मेमोरी को बेहतर बनाने में भी कारगर है, जिससे डिमेंशिया को रोकने में मदद मिलती है।
स्ट्रेटस लें कम
स्ट्रेस डिमेंशिया की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। इससे दिमाग पर बहुत गहरा असर पड़ता है। स्टडी में ये बात सामने आई है कि मध्य जीवन में तनाव बुढ़ापे में डिमेंशिया के विकास का कारण बन सकता है। तनाव कम करने से न सिर्फ मन शांत रहता है बल्कि डिमेंशिया जैसी बीमारी से भी बचा जा सकता है।
लें भरपूर नींद
नींद की कमी की वजह से भी दिमाग पर असर पड़ता है। इसकी वजह से डिमेंशिया का खतरा भी काफी हद तक बढ़ जाता है। भरपूर नींद की कमी दिमाग में ताऊ नामक प्रोटीन के स्तर में बढ़ोतरी होती है जो अल्जाइमर रोग का जिम्मेदार है।
एक्टिव रहें
कई सारी स्टडी में ये बात सामने आई है कि फिजिकल एक्टिविटी डिमेंशिया के शुरुआत को देर तक रोकने में मददगार है। फेडरल यूनिवर्सिटी ऑफ रियो डी जनेरिया (यूएफआरजे) के स्टडी में कहा है कि एक्सरसाइज से आइरिसिन का स्तर बढ़ता है. एक हार्मोन जो मेमोरी लॉस को रोकने में काफी हद तक मददगार है।