जब आप 30 साल की हो जाती हैं तो आपके शरीर में बदलाव आता है। ये बदलाव शारीरिक भी हो सकते हैं और हार्मोनल भी। 30 प्लस होने के बाद प्रैगनेंसी, पीरियड्स और मेनोपॉज के कारण होने के बाद शरीर में खून की कमी, हड्डियां कमजोर होना, बदन दर्द जैसी कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। जिसका कारण कहीं ना कहीं शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी है। वहीं, अगर मां बनने वाली हैं तो आपको कई हार्मोनल चेंजेस का सामना करना है और इसी दौरान आपको सबसे अधिक पोषक तत्वों की जरूरत भी होगी।
डॉक्टर भी 30 प्लस महिलाओं को अपनी रूटीन में कैल्शियम, आयरन, विटामिन्स से भरपूर आहार लेने की सलाह देते हैं। बहुत-सी महिलाएं तो मल्टीविटामिन्स व अन्य सप्लीमेंट्स लेना भी शुरू कर देते हैं लेकिन आप सही डाइट से भी इनकी कमी को पूरा कर सकती हैं। इससे आपको दवाइयां खाने की भी जरूरत नहीं होगी।
मजबूत हड्डियों के लिए
हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी सबसे जरूरी है। इसके लिए डाइट में मछली जैसे सार्डिन, बादाम, दूध और दही जैसे डेयरी उत्पाद शामिल करें। इससे भविष्य में ऑस्टियोपोरोसिस या आर्थराइटिस जैसी समस्याओं का खतरा कम रहता है।
खून की कमी
पीरियड्स, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में आयरन की सबसे अधिक देखने को मिलती है। इसके कारण शरीर में हीमोग्लोबिन सही से बन नहीं पाता, जिससे खूब की कमी होने लगती है। हरी सब्जियां, जो आयरन और अन्य विटामिन से भरपूर होती हैं, स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी हैं। इससे शरीर में खून की कमी भी नहीं होती।
एंटी-एजिंग
जामुन, ब्लूबेरी, काले चावल, ग्रीन टी, ब्लैक टी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी जैसे गुण भी होते हैं, जो आपको बुढ़ापे में भी जवां रखने में मदद करेंगे।
नींद से न करें समझौता
नींद से समझौता करना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है इसलिए भरपूर नींद लें। अनिद्रा की समस्या है तो कैमोमाइल चाय, बादाम, आल्मंड मिल्क, अखरोट और वसायुक्त मछली खाएं। रात में एक गिलास दूध पीकर सोने से भी फायदा होगा।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिल की बीमारियों, आर्टरी व नस ब्लॉकेज का खतरा रहता है। इसके लिए डाइट में पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे आलू, बीन्स और टमाटर शामिल करें।
इन चीजों से रखें परहेज
- आर्टिफिशियल शुगर, पेस्ट्री, चॉकलेट, स्टार्चयुक्त फूड्स से दूर करें।
- शराब और धूम्रपान से भी जितना हो सके दूरी बनाकर रखें।
- सोया सॉस खाने से बचें क्योंकि इसमें साल्सोलिनॉल नामक एक न्यूरोटॉक्सिन होता है जो डीएनए को नुकसान पहुंचा सकता है और पार्किंसंस रोग को ट्रिगर कर सकता है। यह कैंसर का कारण भी बन सकता है।
- त्वचा को जवां बनाए रखने के लिए कोलेजन बेहद जरूरी है। बेकन में सोडियम नाइट्रेट होता है, जो कोलेजन को कम करता है और बदले में, झुर्रियां, पिगमेंटेशन, झाइयां और उम्र बढ़ने का कारण बनता है।
- फ्लेवर्ड दही में फिर से बहुत अधिक चीनी मिलाई जाती है इसका इसका सेवन भी कम कर दें।
- चिप्स या फ्राइज़ जैसे नमकीन फूड्स डिहाइड्रेशन, उच्च रक्तचाप और एंटी-एजिंग का कारण बनते हैं।