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बदलाव की आंधी हैं Supriya Paul ! देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए बनाया मंच

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 21 Jun, 2023 12:25 PM
बदलाव की आंधी हैं  Supriya Paul ! देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए बनाया मंच

जोश टॉक्स के बारे में जो सब ने सुना होगा। ये ऐसा मंच है जहां पर लोग अपनी struggles के बारे में लोगों से शेयर करते हैं और लोगों को जीने की एक उम्मीद भी देते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि प्रेरक शो की सफलता  के पीछे महज 29 साल की महिला का हाथ है, जिसका नाम सुप्रिया पॉल है। उन्होंने भारतीय स्टार्टअप के ईको system पर बड़ा ही महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। आइए डालते हैं छोटी सी उम्र में बड़ा मुकाम हासिल कर युवाओं को प्रेरित करने वाली सुप्रिया के सफर पर नजर...

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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महज 20 साल की उम्र में शुरू किया बिजनेसवुमन के तौर पर सफर

16 सिंतबर 1993 को नई दिल्ली में जन्मी, सुप्रिया हमेशा से कुछ अलग कर दिखाना चाहती हैं। इसलिए उन्होंने महज 20 साल की उम्र में बिजनेसवुमन के तौर पर अपनी पारी की शुरूआत कर दी। जोश टॉक्स के जरिए उन्होंने लोगों को ऐसा मंच दिया, जिससे inspirational लोग सामने आएं और अपने जीवन के आई चुनौतियां सब से साझा करें जिससे दूसरों लोगों को भी सबक मिले। उन्होंने अपनी पढ़ाई श्री राम  स्कूल, अरावली से शुरू की, जहां उन्होंने 2011 में अपनी शिक्षा पूरी की। 2014 में उन्होंने श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से Commerce में स्नातक की डिग्री  हासिल की। बता दें सुप्रिया ने सिर्फ पढ़ने में बहुत होशियार थी, बल्कि  उन्हें संगीत का भी खासा शौक है, 13 साल तक उन्होंने अपने पैशन को भी फॉलो किया। साल 2021 में सुप्रिया ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से बिजनेस लीड एक्जीक्यूटिव के तौर पर ग्रेजुएट किया।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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चुनौतियों से भरी थी सुप्रिया की यात्रा

बिजनेसवुमन के तौर पर सुप्रिया की  की यात्रा चुनौतियों भरी थी। उसके पेरेंट्स चाहते थे कि वह एक चार्टर्ड एकाउंटेंट बने, लेकिन सुप्रिया को कुछ और ही मंजूर था। कॉलेज में पढ़ाई करते हुए सुप्रिया ने महसूस किया की उनके आसपास के छात्रों के जीवन में कोई प्रेरणा नहीं थी। इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए, सुप्रिया ने 2014 में शोभित बंगा के साथ जोश टॉक्स की स्थापना की, जिसका उद्देश्य एक ऐसा मंच बनाना था जहां युवा लोग बातचीत कर सकें और अपने जीवन के सबक साझा कर सकें।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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जोश टॉक्स की यात्रा आसान नहीं थी, और शुरुआत में, सुप्रिया और शोभित को इवेंट आयोजित करने और निवेशकों को खोजने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, उनकी मेहनत रंग लाई और 2016 में जोश टॉक्स लीप का आयोजन किया गया, जिसमें 6000 से ज्यादा लोग शामिल हुए। 2017 में, जोश टॉक्स हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को लॉन्च करते हुए जोश टॉक्स ऑनलाइन हो गया। बता दें 2023 तक, जोश टॉक्स के पास विभिन्न भाषाओं के लिए कुल 12 YouTube चैनल हैं।

जोश टॉक्स सभी प्लेटफार्मों पर 19 मिलियन से अधिक ग्राहकों और 1 बिलियन से अधिक विचारों के साथ एक बड़ी सफलता रही है। जोश स्किल्स, अंग्रेजी बोलने वाला ऐप, 5 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं द्वारा डाउनलोड किया गया है। 2020 में, जोश टॉक्स ने MDIF से $1.5 मिलियन प्री-सीरीज़ A जुटाए, और 2022 में, उन्होंने अंकुर कैपिटल, माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन, और अन्य निवेशकों से अतिरिक्त $3.5Mn जुटाए। 

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सुप्रिया को मिल चुके हैं कई ऑवर्ड्स

सुप्रिया को अपने काम करने सराहा भी गया है। उन्हें साल 2021 में एंटरप्रेन्योर अवार्ड्स , Amazon Smbhav Awards से नवाजा जा चुका है। वहीं साल 2020 में उन्हें वुमन एंटरप्रेन्योर ऑफ़ द ईयर बनीं और फोर्ब्स इंडिया की वुमन पॉवर लिस्ट 2020 में भी नाम आया। सुप्रिया की बिजनेसवुमन के तौर पर यात्रा उन युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं और अपने जीवन में कुछ असाधारण हासिल करना चाहते हैं।उनकी कहानी बताती है कि जुनून, कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कुछ भी संभव है।

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