हिंदू पंचागों के अनुसार, साल में 4 तरह के नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है, जिनमें से दो बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं । चैत्र और शारदीय नवरात्रि वहीं फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि पर होली के साथ नए महीने की शुरुआत हो जाती है। इस बार चैत्र महीना 8 मार्च से शुरु हो चुका है और यह 6 अप्रैल तक रहेगा। चैत्र महीने में नवरात्रि, पापमोचनी एकादशी, हनुमान जयंती जैसे कई महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। वहीं चैत्र महीने में नवरात्रि का त्योहार भी आता है जिसे चैत्र नवरात्रि कहते हैं। इस बार चैत्र नवरात्रि कब है और आप कैसे मां की पूजा के साथ उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं, आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
इस दिन शुरु होंगे नवरात्रि
मान्यताओं के अनुसार, इस साल नवरात्रि की तिथि 21 मार्च के दिन रात 10:52 से शुरु हो रही है और 22 मार्च शाम 08:20 पर यह तिथि समापन होने वाली है। इसके अनुसार, 21 मार्च को चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी और 30 मार्च को रामनवमी के साथ नवरात्रि समाप्त हो जाएंगे।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
यदि मां की आराधना शुभ मुहूर्त में की जाए तो वह प्रसन्न होती हैं और 9 दिनों तक घर में वास करती हैं। इस बार घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च सुबह 06:23 से लेकर 07:32 तक रहेगा। मान्यताओं के मुताबिक, इस दौरान घर में कलश स्थापित करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
बन रहे हैं यह दो शुभ योग
इस बार चैत्र नवरात्रि में बहुत ही खास योग बन रहे हैं। शुक्ल और ब्रह्मा नाम के दो योग इस बार नवरात्रि में बन रहे हैं। ब्रह्मा योग 22 मार्च को सुबह 9:18 से शुरु होगा और अगले दिन 23 मार्च 06:16 तक रहेगा। वहीं शुक्ल योग 21 मार्च सुबह 12:42 से शुरु होकर अगले दिन 22 मार्च सुबह 9:18 तक रहेगा।
इस बात का भी रखें ध्यान
कलश स्थापना के दौरान आप अपना मुंह पूर्व या फिर उत्तर दिशा में ही रखें। इसके अलावा जिस दिन घर में कलश स्थापना करें उसे दिन साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। कलश आप ईशान कोण में रख सकते हैं। इसके अलावा कलश का मुंह खुला न रखें। कलश को ढककर रखें और ढक्कन को चावलों से भरकर रखें और इसके बीच में एक नारियल रखें।