ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। यह बात अक्सर कई बार सुनी है। मोबाइल की रेडिएशन बच्चे की सेहत पर बहुत ही गहरा असर डालती हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। शोध के मुताबिक, यदि प्रेग्नेंट महिला मोबाइल की अत्यधिक रेडिएशन में रहती है तो इसके कारण उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के मानसिक विकास पर भी बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा सारे जीवन बच्चे को बिहेवियर प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं इसके कारण होने वाले नुकसान के बारे में...
रिसर्च के मुताबिक
रिसर्च के मुताबिक, वैसे तो मोबाइल फोन चलाने से बच्चे के स्वास्थ्य पर कुछ ज्यादा असर नहीं पढ़ता। लेकिन यदि मां 24 घंटे फोन चलाती है तो इससे बच्चे के स्वभाव,यादाश्त और दिमाग की ग्रोथ में खतरनाक समस्या खड़ी हो सकती है। प्री और पोस्ट डिलीवरी के बाद भी ऐसे बच्चों को हाइपरटेंशन जैसी खतरनाक समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
वायलेस उपकरणों से प्रभावित होता है स्वास्थ्य
जैसे ही आप किसी भी वायरलेस उपकरण के सामने बैठते हैं जैसे -लैपटॉप, मोबाइल फोन, वाइफाई का इस्तेमाल करते हैं तो इनमें से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडियो वेव्स भी निकलते हैं। यह खतरनाक वेव्स डीएनए को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे आपके शरीर के लीविंग सेल्स भी इन खतरनाक वेव्स की चपेट में आ सकते हैं।
कैसे करें बचाव
. प्रेग्नेंसी के दौरान, ब्लूटूथ उपकरणों और वाईफाई का इस्तेमाल कम ही करें।
. आप मोबाइल फोन की जगह लैंड लाइन फोन का इस्तेमाल करें।
. आप रेडियो, माइक्रोवेव और एक्सरे मशीन से भी दूरी बनाकर रखें।
. आप मोबाइल टावर के आस-पास घर न खरीदें।
क्या होते हैं नुकसान
. मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन आपके मस्तिष्क पर बहुत ही गहरा प्रभाव डालती है। इसके कारण आपको थकान, नींद आने में परेशानी, चिंता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
. इससे निकलने वाली रेडिएशन के कारण बच्चे हाइपरटेंशन और बहुत ही गुस्सैल हो जाते हैं।
. इस दौरान यदि आप रेडियो वेव्स के संपर्क में आते हैं तो आपको कैंसर भी हो सकता है।