नारी डेस्क: गर्भावस्था में सावन के सोमवार का व्रत रखते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। गर्भावस्था में मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। चलिए आपको बताते हैं -
आहार और पेय
गर्भावस्था में हाइड्रेशन का प्रत्येक दिन महत्वपूर्ण होता है। सोमवार के व्रत में ध्यान रखें कि आप पर्याप्त पानी पिएं और खानपान में पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। खासकर व्रत के दौरान प्रोटीन, फाइबर्स, और पौष्टिक आहार का सेवन करें।
सावन के व्रत की समय-समय पर आहार
गर्भावस्था में लंबी भूख लग सकती है, इसलिए सोमवार के व्रत के दौरान भूख संतुष्टि के लिए समय-समय पर पौष्टिक स्नैक्स लें। लंबे इंतजार की वजह से खाली पेट रहने से बचें।
विश्राम और आराम
गर्भावस्था में आराम और नियमित विश्राम का महत्व अधिक होता है। व्रत के दौरान भी अपने शरीर की सुनें और अधिक ठंडे या उतावले जगहों से बचें।
व्रत उपासना
गर्भावस्था में भी अगर संतोषी माँ या भगवान शिव की पूजा करना चाहती हैं तो उसे नियमित अंतरालों पर करें। दिनभर की थकान और तनाव से बचने के लिए व्रत के दौरान में भारी काम न करें।
विशेष सावधानियां
अगर कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श करें और उनकी सलाह का पालन करें। अगर कोई संकेत या अनुभूति हो तो व्रत को तुरंत तोड़ें और मेडिकल हेल्थ प्रोफेशनल से संपर्क करें।
चाय पीने से बचें
व्रत के दौरान ज्यादातर महिलाएं चाय का सेवन करती हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं को ऐसा करने से बचना चाहिए। खाली पेट चाय पीने से गैस अधिक बन सकती है, जिससे गर्भवती महिलाओं की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
भरपूर पानी पिएं
व्रत के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें। तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। नारियल पानी, फलों का रस या पानी आदि का सेवन लगातार करते रहें।
इन सुझावों का पालन करके आप गर्भावस्था के दौरान सावन के सोमवार का व्रत बिना किसी समस्या के कर सकती हैं। यह व्रत आपके और आपके शिशु के स्वास्थ्य के लिए शुभ हो।