ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन गुरुवार को स्कॉटलैंड के बालमोरल कैसल में हुआ था। महारानी के निधन के बाद ब्रिटेन में ऑपरेशन लंदन ब्रिज लागू कर दिया गया है। यह एक ऐसा प्रोटोकॉल होता है, जिसे बकिंघम पैलेस के द्वारा महारानी के निधन के बाद लागू किया गया । यह प्रोटोकॉल अगले 10 दिनों तक चलेगा। महारानी के अंतिम संस्कार के बाद यह प्रोटोकॉल हटाया जाएगा। क्वीन का निधन स्कॉटलैंड में स्थित बालमोरल कैसल में हुआ, इसलिए वहां पर ऑपरेशन यूनिकॉर्न भी लगा दिया गया है।
स्कॉटलैंड से लाया जाएगा पार्थिव शरीर
ऑपरेशन यूनिकॉर्न के अनुसार, महारानी का शव 10 दिनों तक स्कॉटलैंड में ही रहेगा। इसके बाद ट्रेन या फिर विमान के जरिए इसे लंदन में लाया जाएगा। ऑपरेशन लंदन ब्रिज के अंतर्गत बाकी योजनाएं चलती रहेगी। इसके अनुसार, महारानी की मौत के दिन को डी-डे बुलाया जाएगा। अंतिम संस्कार तक आने वाले हर किसी दिन को डी+1, डी+2 कहकर बुलाया जाएगा। यह योजना महारानी की मौत से पहले ही तय कर ली गई थी। इस ऑपरेशन के अंतगर्त ब्रिटेन की प्रधानमंत्री सबसे पहले सरकार की ओर से मौत की खबर को लेकर अपना बयार बताएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री जनता को संबोधन भी करेंगे। किंग चॉर्ल्स देश को संबोधित करेंगे।
10 दिन बाद किया जाएगा अंतिम संस्कार
महारानी का अंतिम संस्कार 10 दिनों के बाद किया जाएगा। लंदन में स्थित सेंट पॉल कैथेड्रल में प्रधानमंत्री और मंत्रियों के द्वारा कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
आगे की योजनाओं के बारे में बताएंगे किंग चॉर्ल्स
आने वाले दिनों की कोई भी जानकारी अभी तक नहीं दी गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो महारानी का पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जनता के द्वारा श्रद्धांजलि दिए जाने के लिए उनका पार्थिव शरीर भी सार्वजनिक सम्मान के लिए रखा जाएगा। किंग चार्ल्स तृतीया आने वाले दिनों में अंतिम योजनाओं के विषयों पर अपने हस्ताक्षर भी करेंगे।
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