खून एक ऐसी चीज से जिसका उत्पादन नहीं किया जा सकता है। शायद इसीलिए रक्त दान को सबसे बड़ा दान कहा जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, जरूरत पड़ने पर किसी को खून दान करने से उसकी जान बचाई जा सकती है। मगर आज भी लोग रक्तदान के प्रति जागरूक नहीं है। कुछ लोगों का मानना है कि रक्तदान से शरीर में कमजोरी आ जाती है। मगर यह धारणा सही नहीं है। असल में, इससे रोगी की जान बचने के साथ डोनर को सेहत से जुड़े कई फायदे मिलते हैं। ऐसे में लोगों को ब्लड डोनट के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल जनवरी के महीने में National Blood Donor Month यानि राष्ट्रीय रक्तदान मास मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
इन परिस्थियों में खून चढ़ाने की जरूरत
. शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा सात ग्राम से भी कम हो जाना
. किसी मरीज को ऑपरेशन के दौरान खून की चढ़ाने की जरूरत पड़ती है
. चोट लगे या किसी अन्य कारण से शरीर में से रक्तस्राव होने की वजह से
. एनिमिया होने के कारण
रक्तदान करने की सही उम्र व लोग
हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, 18 से 60 वर्ष के बीच की उम्र के लोग जिनके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा करीब 12.5 फीसदी से ज्यादा और वजन करीब 45 किलोग्राम हो वे रक्तदान कर सकते हैं। इसके साथ जिस व्यक्ति का शुगर लेवल 225 तक हो और वह इंसुलिन न लेता हो। वह ब्लड डोनेट कर सकता है। साथ ही इस व्यक्ति का खून डायबिटीज मरीज को चढ़ाया जा सकता है। एक्सपर्ट अनुसार, अगर डायबिटीज पेशेंट रक्तदान करें तो उसका जो नया खून बनेगा वह शुगर रहित होगा। दरअसल, हमारे शरीर में शुगर रहित खून बनता है। इसके अलावा खून दान करने के बीच करीब 3 से 6 महीने का गैप होना चाहिए।
एक यूनिट ब्लड चार लोगों की बचा सकता है जान
अक्सर लोग सोचते हैं कि रक्तदान करने पर वह खून वैसे ही दूसरे व्यक्ति (मरीज को) को चढ़ा दिया जाता है। मगर असल में, एक यूनिक ब्लड के कुल चार हिस्से करके इससे 4 लोगों की जान बचाई जा सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट अनुसार, ब्लड से रेड और वाइट ब्लड सेल अलग-अलग किए जाते हैं। इसके साथ ही खून से प्लाज्मा और प्लेटलेट्स भी अलग करके जरूरतमंद को चढ़ाया जाता है।
इसलिए जरूरी रक्तदान
. खून दान करने से किसी की जान बचाई जा सकती है।
. खून का किसी तरह का कोई उत्पादन नहीं हो सकता है।
. दुनियाभर में हर साल करीब 15 से 25 लाख यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है। मगर इसमें करीब 1 लाख को भी खून नहीं मिल पाता है।
. हमारे शरीर के कुल वजन का करीब 7 फीसदी हिस्सा खून ही होता है।
. रिसर्च के मुताबिक, करीब 25 फीसदी से अधिक लोगों को अपने जीवन में खून की कमी व इसे चढ़ाने की जरूरत होती है।
रक्तदान के फायदे
रक्तदान करने से किसी की जान बचाई जाने के साथ व्यक्ति को खुद भी कई फायदे मिलते हैं। चलिए जानते हैं इसके बारे में...
. खून दान करने से दिल का दौरा पड़ने की आशंका कम रहती है।
. इससे कैंसर व अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी कई गुणा कम हो जाता है।
. खून में कोलेस्ट्रॉल जमा होने से बचाव रहता है।
. एक्सपर्ट अनुसार, ही जो वायरस हमारे शरीर में चले जाते हैं वे भी खून दान के समय शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
. शरीर में नए ब्लड सेल्स बनने लगते हैं।
. बीमारियों से बचाव रहने के साथ शरीर में तंदुरुस्ती आती है।
. जो खून रक्तदान दौरान शरीर से निकाला जाता हैं वह करीब 21 दिनों में शरीर में फिर से बन जाता है।
. वजन घटाने में मदद मिलती है।
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