स्पॉटलेस ग्लास स्किन पाने की चाहत में महिलाएं कोरियाई स्किन केयर प्रोडक्ट्स का खूब इस्तेमाल कर रही हैं। सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर में कोरियाई प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ती जा रही है। नेचुरल ingredients , बजट फ्रेंडली होने के साथ और प्रोडक्ट्स के डिजाइन भी बहुत आकर्षक होते हैं। इसी वजह से लोग इसकी तरफ खींचे चले जा रहे हैं। हालाँकि, ब्यूटी ब्रांड मामाअर्थ (Mamaearth) की सह-संस्थापक ग़ज़ल अलघ को इस ट्रेंड का इस तरह बढ़ने पसंद नहीं आ रहा है। उन्होंने भारतीयों को चेतावनी दी कि वे आँख बंद करके कोरियाई स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल न करें। उनका कहने है कि ये प्रोडक्ट्स भारतीय जलवायु (environment ) के हिसाब से सही नहीं हैं।
गजल ने किया लोगों को कोरियाई प्रोडक्ट्स के प्रति सावधान
ग़ज़ल ने अपनी Linkedin id पर एक पोस्ट शेयर करके बताया कि, 'कोरियाई प्रोडक्ट्स आपकी स्किन देखभाल दिनचर्या का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन इन प्रोडक्ट्स पर पूरी तरह से स्किन केयर के लिए निर्भर न हों।' इसके साथ ही उन्होंने भारतीय त्वचा और कोरियाई त्वचा के बीच अंतर भी समझाया।
दोनों देशों के environment में है फर्क- गजल
''कोरियाई लोगों की त्वचा में मेलेनिन की मात्रा कम होती है, और इसलिए उन्हें टैनिंग, पिगमेंटेशन और काले धब्बे जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है, जो हम भारतीयों को होती हैं। उन्होंने लिखा, ''हमारी त्वचा में मेलेनिन भरपूर मात्रा में होता है ।'' वहीं 2 देशों के environment में भी काफी फर्क है । ''उनके यहां ज्यादातर ठंडा और शुष्क मौसम होता है, और इसलिए वे 8-12 स्टेप्स में स्किन देखभाल कर सकते हैं। हमारे लिए, यह शायद काम नहीं करेगा। उन्होंने आगे कहा, ''हमारे यहां गर्म और humid environment में, जैसे ही हमें पसीना आता है, 12 में स्टेप्स में स्किन देखभाल से pores बंद हो जाएंगे, जिससे मुँहासे हो सकते हैं।''
यूजर्स ने कही ये बात
इसके साथ ही उन्होंने भारतीय लोगों को ऐसे फ़ॉर्मूले का इस्तेमाल करने को कहा जो स्किन के टाइप और उसकी problems का समाधान दे। इस पोस्ट के बाद जहां कई सारे यूजर्स उनकी राय से सहमत हुए और उनकी पोस्ट को ''जानकारीपूर्ण'' बताया।
बता दें ग़ज़ल अलघ और उनके पति, वरुण अलघ ने 2016 में स्किन केयर ब्रांड Mamaearth की स्थापना की।
बता दें, वो shark Tank का भी हिस्सा रह चुकी हैं।