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क्यों चिपक जाती हैं शिशु की आंखें? जानें कारण और बचाव के तरीके

  • Edited By neetu,
  • Updated: 26 Jan, 2022 02:08 PM
क्यों चिपक जाती हैं शिशु की आंखें? जानें कारण और बचाव के तरीके

नवजात शिशु की देखभाल में पेरेंट्स को काफी ध्यान देना पड़ता है। असल में, शिशु बेहद ही नाजुक होते हैं। इसके साथ ही उनकी इम्यूनिटी कमजोर होने से उनको इंफेक्शन होने व बीमारियों की चपेट में आना खतरा अधिक रहता है। वहीं अक्सर कई बच्चे जब सोकर उठते हैं तो उन्हें आंख खोलने में दिक्कत होती हैं। ऐसे में आप उनकी आंख पर कॉटन रखकर ध्यान से उसे खोलनी की कोशिश कर सकते हैं। बच्चे को 1-2 बार ऐसी परेशानी होने पर कोई चिंता की बात नहीं हैं। आप कुछ उपायों से इसे ठीक कर सकते हैं। मगर यह बार-बार हो तो इसे अनदेखा करने की जगह शिशु को तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं।


चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको शिशु की आंखें चिपकने का कारण, लक्षण व इससे बचने के उपाय बताते हैं...


बच्चे की आंखें चिपकने के कारण

. बच्चों की आंसू नली छोटी होने से इसपर आंसू जमा हो जाते हैं। इसके कारण शिशु को आंखे चिपकने या चिपचिपी रहने की समस्या हो सकती है।
. जन्म के दौरान बच्चे का मां के योनि से गुजरते समय संक्रमण की चपेट में आना।
. अगर किसी को आंखों में इंफेक्शन हो और वह गंदे हाथों से शिशु को छुएगा तो इससे बच्चे को इंफेक्शन होने का खतरा रहता है।

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शिशु में आंखें चिपकने के लक्षण

. शिशु को सोकर उठने दौरान आंखें खोलने में दिक्कत आना।
. आंखों के आसपास पीले या सफेद रंग का तरल पदार्थ दिखाई देना।
. आंखों के आसपास या नीचे हल्की लालिमा और सूजन होना।
. कई बार आंखों को आसपास हरे रंग पानी आना।
. बच्चों को आंखों में जलन व खुजली होना और इसके कारण बच्चा रो भी सकता है।


बच्चे की चिपकी आंखों को साफ करने का तरीका

 

. स्टरलाइज पानी करें इस्तेमाल

आप शिशु की आंखों को स्टरलाइज पानी से साफ कर सकते हैं। इसके लिए स्टरलाइज पानी को हल्का गुनगुना करके इसमें कॉटन डुबोएं। अब हल्के हाथों से शिशु की आंखें साफ करें। कॉटन को आंखों के अंदरूनी कोने में धीरे से थपथपाते हुए पोंछे। फिर आंखों के बाहरी कोने की सफाई करें। शिशु के सिर चिपकी हुई आंखें वाले हिस्से को और झुकाएं। बच्चे की आंखें पूरी तरह साफ होने व उसके आंख खोलने तक तक इस प्रक्रिया को दोहराएं। ध्यान रहें बच्चे को छूने से पहले अपने हाथ अच्छे से साफ कर लें। इसके साथ ही दूसरी बाद उसकी आंख साफ करने के लिए नया कॉटन लें।

. सलाइन वॉटर करें यूज

बच्चे की आंखों का पीलापन व जीवाणु संक्रमण से बचाने के लिए आप उसकी आंखों को सलाइन वॉटर से साफ कर सकती हैं। इसके लिए रूई को सलाइन वॉटर में भिगोकर शिशु की आंखों साफ करें।

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. एंटीबायोटिक का लें सहारा

आप चाहे तो बच्चे की आंखें साफ करने के लिए डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप या एंटीबायोटिक दवाएं ले सकती हैं। इसे शिशु की आंखों में डालने से आंखें चिपकने की समस्या से आराम मिल सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह से एंटीबायोटिक की खुराक शिशु को दें।

. मालिश करें

आंखों और नाक के आसपास सूजन व दर्द की समस्या से राहत दिलाने के लिए आप मसाज कर सकती हैं। इसके लिए नारियल या जैतून तेल को गुनगुना करके उससे बच्चे की नाक व आंखों के आसपास मालिश करें। इससे शिशु की आंखें चिपकने की समस्या भी कम होने में मदद मिलेगी। मगर इस नुस्खे को अपनाने से पहले एक बार किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

इस समय पड़ेगी डॉक्टर के पास जाने की जरूरत

अगर इन नुस्खों व उपायों को अपनाने के बाद भी शिशु को आराम नहीं मिल रहा हैं तो इसे नजरअंदाज ना करें। ऐसे में आप बिना देरी किए उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं। इसके अलावा बच्चे को लंबे समय से आंखों में लाली, पानी आना, आंखें चिपचिपी रहना, नाक में सूजन आदि समस्या हो तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। इससे पहले की यह समस्या कोई गंभीर रूप लें।

 

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