कोरोना माहामारी की वजह से देश में कई जगहों पर लाॅकडाउन लगा दिया गया है, और वहीं हालात इतने खराब होते जा रहे हैं कि ऐसा लग रहा यह लाॅक डाउन जल्दी से नहीं हटेगा। ऐसे में घर में बच्चों को बंद करके रखना अपने आप में एक बड़ा चैलेंज हैं। वहीं अब ऑनलाइन पढ़ाई से भी बच्चे उकताने लगे हैं। वह न तो कुछ नया सीख पा रहे हैं न कुछ नया कर पा रहे हैं। ऐसे में बच्चें चिढ़चिढ़े हो रहे हैं। इसी बीच हम आपके लिए कुछ ऐसे सुझाव लेकर आए हैं जिन्हें फाॅलों करने पर आपकों बच्चों के शरीरिक, मानसिक और व्यवहारिक विकास को ठीक ढंग से विकसित करने में मदद मिलेगी। आईए जानते हैं-
- तीन से छ: साल के बच्चों के मानसिक विकास के लिए आप इन्हें खेल-खेल में काउंटिग सिखा सकते हैं, जैसे सांप-सीढ़ी, लूडो और चैस के ज़रिए चाल चलते समय 1,2,3 बोलकर चलें। इसके अलावा जोड़ना-घटाना के लिए मार्केट में बाॅक्सेस टाॅयज़ मिलते हैं जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
- 7 से 10 साल के बच्चों के दिमाग़ को तेज़ बनाने के लिए मैमोरी गेम्स खेल सकते हैं। जैसे कि आप कोई भी एक बड़ी रकम अपने बच्चे को बोलें और उसे फौरन कॉपी पर लिखने को कहें। ऐसा बार-बार करने से बच्चों का दिमाग शार्प होगा और कोई नई चीज़ उन्हें सीखने को मिलेगी।
-11 से 14 साल तक के बच्चे कुछ हद तक काफी समझदार होते हैं। ऐसे में उन्हें डिक्शनरी देखना सिखा सकतें हैं, किसी वर्ड का मीनिंग के बारे में पूछ सकते हैं। वहीं डिक्शनरी में बच्चों को पहले आसान शब्दों को खोजने के लिए कहें। फिर कुछ लम्बे शब्द दें। वहीं इसके अलावा इसे और मज़ेदार बनाने के लिए आप बच्चों के दोस्तों के साथ कंपीटिशन भी करवा सकतें हैं।