आज के गलत लाइफ-स्टाइल, अनियमित खान-पान साथ ही समय पर भोजन न करने से शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वैसे आपको बता दें हमारी बॉडी में दो टाइप के कोलेस्ट्रॉल मौजूद होते है। जहां एक को गुड़ कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है वहीं दूसरे को बैड या बुरा कोलेस्ट्रॉल कहते है। ऐसे में अच्छा कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए फायदेमंद होता है। वहीं बुरा कोलेस्ट्रॉल दिल से जुड़ी कई बीमारियों को न्यौता देने का काम करता है। आज कई लोग ऐसे जो इसे कंट्रोल करने में परेशानी का सामना कर रहें है। तो चलिए आइए आज हम आपको इसे कंट्रोल करने के बचाव के बारे में बताते है पर इससे पहले जान लें कोलेस्ट्रॉल है क्या?
क्या होता है कोलेस्ट्रॉल?
कोलोस्ट्रॉल एक मोम की तरह चिकना पदार्थ है जो शरीर की सभी कोशिकाओं को जीवित रखने का काम करता है। यह लिवर में अपने आप बनता है। यह खून में पाया जाता है जिसे लिपिड कहते है। इसका इस्तेमाल शरीर में विटामिन D, हॉर्मोंस और हेल्दी सेल्स बनाने में होता है। आमतौर पर शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड 2 तरह के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते है। गुड़ यानि अच्छा कोलेस्ट्रॉल दिल को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है। वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल हमारी आर्टरीज पर गलत प्रभाव डाल उसमें ब्लॉक पैदा कर सिकोड़ देता है। इसके कारण स्ट्रोक और दिल से जुड़ी कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ता है। साथ ही एक रिसर्च के मुताबिक, 72% भारतीयों में गुड कॉलेस्ट्रॉल की भी कमी है। इसके पीछे का मुख्य कारण सही डाइट न लेना माना गया है। कोलेस्ट्रॉल 3 तीन तरह का होता है। एल डी एल, एच डी एल, वी एल डी एल।
किन्हें होता है ज्यादा खतरा?
वैसे तो कोलेस्ट्रॉल के बढ़ना सभी की सेहत पर गलत असर डालता है। फिर भी जिन महिलाओं की उम्र 55 या इससे अधिक है और जिन पुरूषों की उम्र 45 या इससे अधिक है उन्हें इसका खतरा रहता है। इसके साथ ही जो लोग पहले से ही डायबिटीज, मोटापे के शिकार है उन्हें तो इसका ज्यादा खतरा होता है। ऐसे में हर 3 महीने में कोलेस्ट्रॉल टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
कौन सी हो सकती है बीमारियां?
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में न होने पर लोग दिल से संबंधित बीमारियों के शिकार हो जाते है। इसके साथ ही लोगों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज और दिल का दौरा पड़ने के चांचिस भी बढ़ते है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है और इन्हें स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ता है।
कैसे करें बचाव?
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखने के लिए ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें फैट की मात्रा कम हो। साथ ही प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा अधिक हो। बाहर का जंक फूड, ज्यादा ऑयली और फ्राईड फूड से परहेज रखना चाहिए। खाने में ऐसी चीजों को शामिल करें जिसमें गुड कोलेस्ट्रॉल पाया जाए जैसे कि एवकाडोज, ऑलिव, पीनट बटर। रोजाना हरी सब्जियां, फलों, अंकुरित दालें आदि। इसके अलावा जो लोगों को धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन करते है उन्हें अपनी इस आदत को छोड़ देना चाहिए। जितना हो तनाव, स्ट्रैस से दूर हो खुश रहें।
लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP