दिन ब दिन बिगड़ते लाइफस्टाइल के चलते लोगों में दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। कार्डिकुलर डिजीज जैसे धड़कन तेज या धीमी होना, हार्ट ब्लॉकेज, हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर व हार्ट स्टोक का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में दिल को स्वस्थ रखने के लिए जहां आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है वहीं इसके लिए डेली योग भी बेहद जरूरी है।
योग आपको स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। रोजाना सिर्फ 30 मिनट का योग करने से ना सिर्फ दिल बल्कि मोटापा, ब्लड प्रेशर जैसी कई बीमारियों में मदद मिलती है। चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताते हैं, जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे।
सूर्य नमस्कार
इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़िया रहता है, जिससे दिल के रोगों का खतरा कम होता है। 12 स्टेप्स का यह योगासन सिर्फ दिल नहीं बल्कि शरीर के सभी अंगों के लिए फायदेमंद है। आप सूर्य नमस्कार किसी भी मुद्रा में कर सकते हैं।
भुजंगासन
दिल के अलावा भुजंगासन रीढ़ की हड्डी, बांह व पेट के लिए भी फायदेमंद है। इसके लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को छाती के पास रहें। इसी पोजीशन में शरीर को ऊपर की ओर उठाकर गहरी सांस लें। सांस पर ध्यान केंद्रित करते हुए जितना ऊपर उठ सकते हैं उठें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पहले की पोजीशन में आ जाएं।
अंजलि मुद्रा
रेस्पिरेट्री सिस्टम के लिए अंजलि मुद्रा बहुत अच्छी है। इसके लिए दोनों हाथों को जोड़कर छाती के बीचो-बीच रखें, फिर आंखें बंद करके सांस को धीरे से अंदर लें। इस पोजीशन में थोड़ी देर सांस रोककर उसे धीरे-धीरे बाहर छोड़ें। कुछ देर ऐसा करने के बाद सामान्य हो जाए। इससे आपका दिल स्वस्थ रहेगा।
ताड़ासन
यह योग हार्ट प्रॉब्लम्स, तनाव और डिप्रैशन की समस्या दूर करता है। इसके लिए खड़े होकर दोनों पैरों को बाहर की दिशा में हल्का सा फैलाएं। इसके बाद दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और नमस्कार मुद्र में हाथ जोड़ें और गहरी सांस लेकर शरीर को स्ट्रेच करें। अब धीरे-धीरे सांस को छोड़ दें। अब बाद सामान्य अवस्था में आए जाए।
बालासन
दिल की बीमारियों से बचने और उसे स्वस्थ रखने के लिए बालासन भी काफी फायदेमंद है। इसके लिए बैठकर दोनों हाथों को आगे की ओर करें और सिर को जितना हो सके नीचे की ओर झुकाएं। अपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखें और हथेलियां जमीन रखें। शुरुआत में 15 से 20 सेकेंड इस आसन का अभ्यास करें, बाद में समय बढ़ा सकते हैं।
उत्कटासन
दिल के साथ उत्कटासन करने से कमर व पीठ का दर्द ठीक रहता है। मगर, ध्यान रखें कि अगर आप प्रैग्नेंट है तो एक्सपर्ट की सलाह और निगरानी में यह योगासन करें। इसके लिए दोनों पैरों को मिलाकर खड़े हो जाएं और पैरों की एड़ियों व उंगलियों को मिलाएं। फिर दोनों घुटनों को मोड़कर नीचे बैठें और एड़ियों को उठा लें ताकि पूरे शरीर का संतुलन दोनों पैरों की उंगलियों पर रहे। दोनों हाथों को साइड में जमीन पर टिका लें, ताकि संतुलन बनाने में आसानी हो। इसके बाद दोनों कोहनियों को जंघों पर रखकर हाथों की उंगलियों को आपस में मिलाएं। इस स्थिति में 1-2 मिनट तक रहने के बाद सामान्य हो जाए।