जहां कुछ लोग बीमारियों का इलाज करने के लिए ऐलोपैथिक दवाओं का सहारा लेते हैं वहीं कुछ लोग होम्योपैथिक दवा भी खाते हैं। भले ही होम्योपैथिक ट्रीटमेंट थोड़ा लंबा चलता है लेकिन इससे बीमारी जड़ से खत्म हो जाती है। साथ ही इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता।
दो तरह की होती है होम्योपैथिक दवा?
होम्योपैथिक दवा 2 तरह की होती हैं लोअर पोटेंसी और हायर पोटेंसी। लोअर पोटेंसी एक्यूट डिजीज जैसे सर्दी-जुकाम, एलर्जिक डिजीज जैसे अस्थमा, एक्जिमा आदि में दी जाती है। जबकि हायर का स्तर 6 से 1 लाख पोटेंसी तक होता है। इसमें अगर मरीज का स्वभाव बीमारी के साथ बदल रहा हो तो डॉक्टर उसे बदल देते हैं। लोअर पोटेंसी हफ्ते में 4-6 बार और हायर पोटेंसी हफ्ते या 15 दिन में लेनी होती है।
किन लोगों पर होता है ज्यादा असर?
होम्योपैथिक दवा का असर उन लोगों पर ज्यादा होता है जो शराब, गुटका, धूम्रपान का सेवन नहीं करते और हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करते हैं।
चलिए अब हम आपको बताते हैं दवा लेने के कुछ नियम
1. दवा लेने के बाद डिब्बी को कभी भी खुला ना छोड़ें।
2. अब होम्योपैथिक ट्रीटमेंट ले रहे हैं तो नशीली वस्तुओं से दूर रहें, नहीं तो इनका असर नहीं होगा।
3. इन दवाओं को कभी भी हाथ में लेकर नहीं खाना चाहिए। होम्योपैथिक दवाओं को ढक्कन की मदद से मुंह डालना चाहिए।
4. दवा लेने के करीब 10 मिनट तक कुछ भी खाएं-पीएं नहीं। साथ ही ब्रश करने से भी बचें।
5. ध्यान रखें कि होम्योपैथिक खा रहे है तो कॉफी और चाय से दूरी बना लें।
6. होम्योपैथिक गोलियां लेने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उन्हें जीभ के नीचे रखें या चूसें। कभी भी इन्हें पूरी तरह से न निगलें।
7. होम्योपैथिक दवाएं खा रही हैं तो ध्यान रखें कि अपनी डाइट से खट्टी चीजों को हमेशा के लिए आउट कर दे क्योंकि खट्टी चीजें खाने से दवाइयां अपना असर नहीं दिखा पाती और इलाज अच्छे से नहीं हो पाता।
जब दें बच्चों को दवा
कुछ बच्चे इन दवाइयों का सेवन नहीं करते या फिर मुंह में लेकर थूक देते हैं। ऐसे में आप एक साफ व सूखी चम्मच के उपर दवाई रखकर उसे क्रश करें और फिर बच्चे को दें। कभी भी खाने के साथ दवाई खाने को न दें।
दवा स्टोर करने का सही तरीका
इन दवाइयों को लेने व स्टोर करने का एक तरीका होता है, जिससे आप 3 साल या उससे भी अधिक समय तक इन्हें स्टोर कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको होम्योपैथी दवाइयों को लेने के सही तरीके के बारे में बता रहे हैं...
1. इन दवाइयों को आप कभी भी ऐसी जगह पर न रखें, जहां पर सूरज का प्रकाश आता हो।
2. इन्हें हमेशा ऐसी जगह पर स्टोर करें, जहां ठंड़ी हो। गर्म जगह पर इनका इसका लिक्विड उड़ जाता है।
3. इन्हें ऐसी जगह पर भी रखने से बचें, जहां पर तेज गंध जैसे परफयूम आदि का इस्तेमाल किया जाता हो।
4. आप इसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे माइक्रोवेव ओवन, इलेक्टानिक गैजेट्स या कंप्यूटर आदि से दूर रखें।
5. साथ ही दवा की बोतल को कभी खुला ना छोड़ें।
अन्य दवाओं से न करें मिक्स
अगर आप हार्ट डिसीज, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज मरीज है या एपिलेप्सी दवा ले रहे हैं तो होम्योपैथीक लेने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। कभी इन दवा को मिक्स ना करें। साथ ही होम्योपैथी लेते वक्त किसी और दवा का भी सेवन करने से बचे।
डॉक्टर की सलाह भी जरूरी
होम्योपैथिक दवाओं का इलाज लेने वाले व्यक्ति डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही खान-पान रखना चाहिए क्योंकि आपकी जरा-सी गलती आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकती हैं। माना जाता हैं कि होम्योपैथिक दवाओं के साथ अदरक, लहसुन, प्याज जैसी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।