भारतीय घरों में गेंहू के आटे से बनी रोटियों की ही सेवन किया जाता है। यह हमारे आहार का मुख्य हिस्सा होती हैं, इसके बिना डाइट भी कंप्लीट नहीं मानी जाती। परंतु कुछ लोगों को गेंहू से एलर्जी होती है जिसके चलते हैल्थ एक्सपर्ट्स रोगियों को गेंहू की रोटी खाने से परहेज रखने के लिए कहते हैं। इसके अलावा उन्हें गेंहू की रोटी खाने की जगह किसी अन्य अनाज से बनी रोटी खाने की सलाह भी देते हैं। अगर आपको भी गेंहू के आटे से एलर्जी है तो आप इन आटे से बनी रोटियों का सेवन कर सकते हैं। इस अनाज से बनी रोटियों का सेवन करने से आपको कई तरह के फायदे होंगे। तो चलिए आपको बताते हैं कि गेंहू के अलावा आप किस आटे का सेवन कर सकते हैं...
इसलिए होती है गेंहू के आटे से एलर्जी
गेंहू में ग्लोबुलिन, ग्लिएडिन, एल्बुमिन और प्रोटीन पाया जाता है। इन सारे पोषक तत्वों के कारण लोगों को एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा कई रोगों के मरीजों को डॉक्टर गेंहू की रोटियों की जगह अन्य अनाज से बनी रोटियां खाने की भी सलाह देते हैं।
रागी का आटा
यदि आपको गेंहू से एलर्जी है तो आप रागी के आटे से बनी रोटियां खा सकते हैं। इस आटे का इस्तेमाल देश के कई राज्यों में भी किया जाता है। उत्तर भारत में यह आसानी से मिलता है। उत्तराखंड में रागी को मंडुआ के नाम से जाना जाता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर और आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। खासकर डायबिटीज के रोगियों के लिए यह आटा बहुत ही फायदेमंद होता है।
मकई का आटा
मकई का आटा भी भारत में काफी इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल कई अलग-अलग रुपों में किया जा सकता है। मकई के आटे में विटामिन-सी, विटामिन-ए, विटामिन-के, बीटा-कैरोटीन और सेलेनियम पाया जाता है। इसके अलावा इसमें आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो खून की कमी दूर करने में मदद करता है।
कुट्टू का आटा
कुट्टू का आटा मुख्य रुप से व्रत में खाया जाता है। खासकर नवरात्री व्रत में इसका सेवन भी किया जाता है। कुट्टू के आटे में विटामिन-बी2, नियासिन, राइबोफ्लेविन और बी कॉम्पलेक्स काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें फैट, कार्ब्स, प्रोटीन, फॉस्फोरस और आयरन मौजूद होता है। कुट्टू का आटा खाने से रक्त संचार अच्छे से होता है।
ज्वार का आटा
शरीर को गर्म रखने के लिए आप ज्वार के आटे का सेवन कर सकते हैं। इसमें ग्लूटेन नहीं पाया जाता है। इसके अलावा इस आटे का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इस आटे में कैल्शियम, पोटैशियम और आयरन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।