पीरियड्स के दौरान लड़कियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जैसे सिरदर्द, पेट में दर्द व ऐठंन, मूड़ स्विंग आदि। वहीं, कई बार इस दौरान स्किन रैशेज, लाल चकत्ते आदि जैसे प्रॉब्लम्स भी हो जाती है, जिसका कारण आपका पैड हो सकता है। दरअसल, खराब क्ववालिटी और लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल स्किन प्रॉब्लम्स की वजह बन सकता है। वैसे सैनेटरी पैड की वजह से होने वाले रैशेज के लिए कई ट्रीटमेंट है लेकिन आप कुछ घरेलू नुस्खों से भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
ध्यान में रखें ये बात
. हमेशा हाई क्वालिटी के सैनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें। खराब ब्रांड के नैपकिन से भी रैशेज का खतरा बढ़ जाता है। आमतौर पर कॉटन पैड्स का इस्तेमाल ना करें।
. दिनभर गीलेपन की वजह से भी पैड्स से रैशेज हो जाते हैं इसलिए हर 3-4 घंटे में नैपकिन बदलें।
. पीरियड के दौरान साफ सफाई का खास ख्याल रखें।
. तंग या सिंथेटिक कपड़े पहनने से बचें।
. आप चाहें तो अच्छी कंंपनी के टैम्पोन कप भी लगा सकती हैं।
. वैजाइना को साफ करने के बाद को धोने के बाद वहां एंटीसेप्टिक पाउडर लगाएं। मगर, टैल्कम पाउडर का यूज ना करें।
डॉक्टर की बताई हुई क्रीम लगाएं
आप डॉक्टर से परामर्श लेकर रैशेज के लिए क्रीम या दवाई यूज कर सकती हैं। सैनिटरी पैड के कारण होने वाले यीस्ट इंफेक्शन के लिए आप डॉक्टर की सलाह से एंटी-फंगल क्रीम और बैक्टीरियल इंफेक्शन के लिए एंटीसेप्टिक क्रीम यूज कर सकते हैं।
पीरियड रैशेज का इलाज कैसे करें?
. प्रभावित एरिया पर किसी भी तरह का साबुन, बॉडी वाश या क्रीम जैसे लैक्टो कैलामाइन या वेसलीन का इस्तेमाल न करें।
. मलहम या जेल लगाने से पहले स्किन स्पैशिलिस्ट या गायनेकोलॉजिस्ट से सलाह लें।
. वैजाइना का इस्तेमाल करने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। इससे रैशेज के साथ सूजन और जलन की समस्या भी कम होगी।
. रैशेज से छुटकारा पाने के लिए आप बर्फ या हीट पैक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं लेकिन सीधा लगाने से बचें।
. नीम के पानी से प्रभावित एरिया को साफ करने के भी रैशेज की समस्या दूर होगी।
इन घरेलू नुस्खे और बातों का ध्यान रखकर आप पीरियड्स के समय होने वाली रैशेज जैसी दिक्कतों से बच सकती हैं। अगर समस्या ज्यादा हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।