ताजे फलों का जूस स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद होता है यह तो सब जानते हैं लेकिन यदि यही जूस आपका वजन बढ़ाने लगे तो क्या होगा। जी हां हाल ही में हुए शोध की मानें तो दिन में एक गिलास फ्रूट जूस पीने से बड़ों और बच्चों में वजन बढ़ सकता है। जामा पीडियाट्रिक्स (Jama Pediatrics) में प्रकाशित हुए शोध की मानें तो 100% फलों के रस और बीएमआई (BMI) के बीच गहरा संबंध पाया गया है। आपको बता दें कि बीएमआई के जरिए व्यक्ति का वजन और ऊंचाई पता लगाई जा सकती है। शोध में व्यस्कों के बीच वजन बढ़ने के साथ 100% फलों के रस का रोजाना सेवन करने से बच्चों और बड़ों में 100% तक वजन बढ़ सकता है।
फ्रूट जूस से बढ़ेगा बीएमआई
100% फलों के रस में बिना चीनी डाले विश्लेषण किया गया है। शोध में सामने आए हुए नतीजों को शोधकर्ताओं ने उदाहरण के साथ समझाने की कोशिश की है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रोज फ्रूट जूस का सेवन करने से 0.03 से ज्यादा बीएमआई बढ़ेगा लेकिन उम्र के अनुसार बीएमआई अलग होता है। छोटे बच्चों में बीएमआई बड़े बच्चों की तुलना में जल्दी बढ़ता है। अध्ययन में बताया गया कि विश्लेषण से यह पता चला है कि 11 साल से कम उम्र के छोटे बच्चों ने बड़े बच्चों की तुलना में 100% फलों का रस रोज पीने से उनमें 8 औस बीएमआई बढ़ा है।
क्या नहीं पीना चाहिए जूस?
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जूस पीना छोड़ देना चाहिए। शोध में कहा गया है कि यह नहीं कि आप जूस पीना छोड़ ही दें लेकिन इसका सेवन करते हुए मात्रा का ध्यान दें। वजन और मोटापे को रोकने के लिए 100% जूस का सेवन सीमित मात्रा में करें। ऐसे में यहां पर सवाल यह भी उठता है कि यदि फल स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं तो इनका जूस पीने से वजन कैसे बढ़ सकता है? शोधकर्ताओं ने कहा कि जूस में कैलोरी ज्यादा मात्रा में मौजूद होती है ऐसे में यदि इसका ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाएगा तो वजन बढ़ेगा।
बच्चों को इतनी मात्रा में दें जूस
जूस में बहुत ही कम फाइबर मौजूद होता है जिसका अर्थ है कि यदि आप जूस पीते हैं तो आपको इतनी संतुष्टि नहीं होगी जितनी फल का सेवन करने से होगी। शोधकर्ताओं ने कहा कि अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स (American Academy Of Pediatrics) के दिशानिर्देशों की मानें तो 6 साल से कम उम्र के बच्चों को रोज एक गिलास से कम ही जूस का सेवन करवाएं।
इसके अलावा आप (AAP) और रोग नियंत्रण रोकथाम (Centers For Disease Control And Prevention) केंद्र यह सलाह देते हैं कि 1 साल से कम उम्र के बच्चों को पूरी तरह से जूस देने से बचना चाहिए। वहीं अन्य उम्र के बच्चों के लिए आप के नियम कुछ ऐसे हैं
1-3 साल के बच्चे: एक दिन में 4 औस तक जूस दें।
4-6 साल के बच्चे: एक दिन में 6 औस तक जूस दें।
7-18 साल के बच्चे: एक दिन में 8 औंस तक जूस दें।