दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है इसलिए डॉक्टर्स रोजाना 1 गिलास दूध पीने के सलाह देते हैं। मगर, कुछ लोगों को गर्मियों में दूध हजम नहीं हो पाता। वहीं कुछ लोगों को तो दूध पीने पर पेट फूलने, उल्टी या पेचिश की शिकायत होने लगती है। आयुर्वेद की मानें तो दूध पचाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। ऐसे में आज हम आपको कुछ आयुर्वेद टिप्स देंगे, जिनके जरिए आप दूध को आसानी से हजम कर सकते हैं।
कच्चा दूध न पीएं
आयुर्वेद के मुताबिक, कच्चा दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसमें हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, जो पेट को खराब कर सकते हैं। साथ ही इसे पचाने में भी दिक्कत आती है। हमेशा दूध गर्म या गुनगुना करके ही पीएं।
दूध में मिलाकर पीएं ये चीजें
अगर आपको खाली दूध हजम नहीं होता तो उसमें बादाम, अंजीर, हल्दी, चिया सीड्स जैसी हैल्दी चीजें मिलाकर पीएं। इससे दूध आसानी से हजम हो जाएगा और आप बीमारियों से भी बचे रहेंगे।
दूध में डालें छोटी पीपल
दूध में छोटी पीपल डालकर पीने से भी यह आसानी से हजम हो जाता है। साथ ही इससे हार्ट डिसीज, डायबिटीज जैसी बीमारियां भी दूर रहती है।
पंचकोल के बाद पीएं दूध
पंचकोल यानी पीपलामूल चित्रस्य। इसके लिए 1 गिलास पानी में सौंठ उबालें और जब मात्र 50 ग्राम रह जाए तो इसे छान कर पीएं। इसके बाद आप कितना भी दूध पीएं, वो हजम हो जाएगा।
पेट फूलने पर पीएं ये वाला मिश्रण
दूध पीने के बाद पेट फूलने या पेट में मरोड़ पड़ने की समस्या होती है तो इसमें थोड़ी-सी अदरक, लौंग, इलायची और केसर मिलाकर पीएं।