देश में जहां कोरोना वायरस की लहर थमती हुई नज़र आ रही हैं वहीं सरकार वेक्सीनेशन अभियान को और तेज कर रही हैं। कोरोना वैक्सीन की पहुंच हर किसी तक सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने टीकाकरण के नियमों में बदलाव किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सुविधा देते हुए कोविन ऐप या वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। सरकार के नए नियम के मुताबिक कोई भी शख्स अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर जाकर ऑन साइट रजिस्ट्रेशन करवा वैक्सीन लगवा सकता है।
ग्रामीण इलाकों को देखते हुए सरकार मे बदले नियम-
इस बात की जानकारी पीआईबी की ओर से जारी एक बयान में दी गई है। पीआईबी के अनुसार, कोरोना वैक्सीन देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए हेल्थ वर्कर्स और आशा कार्यकर्ता ग्रामीण इलाके और शहरी स्लम्स इलाकों में जाएंगी और लोगों को ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन के लिए जागरूक करेंगी। बता दें कि बहुत से लोग अभी भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रहे हैं। यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की रफ्तार काफी कम है।
26 करोड़ से अधिक लोगों को दी जा चुकी है कोरोना की खुराक-
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 13 जून तक कोविन के जरिए किए गए 28.36 करोड़ रजिस्ट्रेशन में से 16.45 करोड़ (58 प्रतिशत) लाभार्थियों ने ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन कराया है, बता दें कि भारत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। 16 जनवरी से अब तक देश में 26 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की खुराक दी जा चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया है कि मंगलवार को 18-44 साल के आयु वर्ग के 13,13,438 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई जबकि 54,375 लोगों को दूसरी खुराक लगाई गई।
इस महीने 12 करोड़ वैक्सीन खुराक होगी उपलब्ध-
वहीं, केंद्र ने आश्वासन दिया है कि इस महीने 12 करोड़ वैक्सीन खुराक उपलब्ध होंगे। कोविशील्ड निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी कहा है कि वह अपनी विनिर्माण क्षमता बढ़ा रहा है। इस महीने लगभग 10 करोड़ खुराक का उत्पादन और आपूर्ति करने में सक्षम होगा।
स्पुतनिक-v वैक्सीन की दो करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी-
वहीं भारत बायोटेक और रूस के स्पुतनिक-v वैक्सीन की दो करोड़ खुराक उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनका आयात किया जा रहा हैं। ऐसे में महीने के अंत तक देश 12 करोड़ लोगों को और वैक्सीनेशन करने में कामयाब होगा।