जब भी महिलाओं की सेहत की बात आती है तो अक्सर कहा जाता है कि वह आयरन- कैल्शियम जरूर खाएं। खासकर 30 की उम्र के बाद लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैल्शियम की कमी होती क्यों है और इसे आप आसानी से पूरा कैसे कर सकती हैं? तो चलिए आज के इस पैकेज में हम इसी बारे में आपको बताते हैं।
हमारी हड्डियों का 70 प्रतिशत हिस्सा कैल्शियम फॉस्फेट से बना होता है इसलिए हर व्यक्ति को अपनी डाइट में कैल्शियम युक्त आहार लेने जरूरी हैं। महिलाओं में कैल्शियम की मात्रा लगभग 1200 से लेकर 1500 मिलीग्राम तक होनी चाहिए। बुजुर्गों में कैल्शियम की मात्रा वहीं 1200 से लेकर 1500 मिलीग्राम होनी चाहिए और पुरषों में 1000 से लेकर 1200 मिलीग्राम प्रतिदिन होनी चाहिए।
लेकिन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को इसकी कमी जल्दी हो जाती हैं जिसकी वजह है बॉडी में पीरियड्स, डिलीवरी के समय, ब्रेस्टफीडिंग और मेनोपॉज के दौरान महिला के शरीर में इसकी कमी होने लगती है। वेजाइना डिस्चार्ज के कारण भी महिलाओं को कैल्शियम की कमी रहती है बल्कि कैल्शियम ही नहीं और भी जरूरी तत्व बाहर निकल जाते है।
जब कैल्शियम कम होने लगता है तो महिला के कमर में, हड्डियों में और दांतों में दर्द आदि की समस्या शुरू हो जाती है। हाथों-पैरों में झुनझुनाहट महसूस होने लगती हैं, मांसपेशियों में ऐंठन, जोड़ों में दर्द, पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं, नाखून कच्चे होने लगते हैं उस पर सफेद रंग के धब्बे पड़ने लगते हैं। बाल झड़ने लगते हैं और शरीर थका-थका सा रहने लगता है।
अगर ऐसे कोई संकेत आपके शरीर में भी नजर आते हैं तो एक बार अपना कैल्शियम टेस्ट जरूर करवा लें। अब जानिए कि कैल्शियम की कमी होने के और कौन कौन से कारण है। महिलाओं के अलावा बच्चे व पुरुषों में भी इसकी कमी हो सकती हैं जिसका कारण अनहैल्दी खाना हो सकता है।
1. आप जंकफूड, फास्टफूड और बाहर का तला-भुना खाते हो।
2. शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर क्योंकि विटामिन डी की कमी होगी तो कैल्शियम भी नहीं अवशोषित होगा।
3. महिलाओं को पीरियड्स में ज्यादा ब्लड फ्लो रहता है
4. शरीर में एस्ट्रोजेन हॉर्मोन का स्तर कम होने से भी कैल्शियम की कमी हो सकती है।
कैल्शियम शरीर में पूरा कैसे करें?
कैल्शियम के लिए डेयरी प्रॉडक्ट्स जैसे दूध, दही, पनीर का सेवन करें। टोफू, सोयाबीन, सोया मिल्क लें। हरी सब्जियां जैसे भिंडी, पालक ब्रोकली, साग, मेथी , दालें, अंकुरित अनाज खाएं। बादाम, चिया सीड्स, अलसी के बीज, सफेद तिल खाएं। नॉन वेज खाते हैं तो अंडे और मछली का सेवन करें।
रोज 15 से 20 मिनट ताजी धूप लें इससे विटामिन डी की कमी पूरी होगी और कैल्शियम भी अवशोषित होगा।
अगर शरीर में बहुत ज्यादा कैल्शियम की कमी है तो डाक्टरी सलाह से सप्लीमेंट शुरू करें।
याद रखिए कैल्शियम की कमी होने पर शरीर में और भी कई समस्याएं होने लगती हैं। कैल्शियम ब्लड प्रैशर को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए शरीर में इसकी कमी ना होने दें।