गर्मियों में पसीने की बदबू आना एक आम समस्या है, जबकि एक सुखद सुगंध तन मन दोनों को आनंदित कर देती है। गर्मियों में परफ्यूम लगाना हर कोई पसंद करता है। वैसे तो बाजार में आपको इसकी अनगिनत वैरायटी मिल जाती है। कुछ लोगों में परफ्यूम लगाने का शौंक किसी क्रेज से कम नहीं होता। क्योंकि जिसके पास से सुगन्ध आती है उसकी ओर दूसरे व्यक्ति खींचे चले जाते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- गर्मियों में मूड को खुशमिजाज रखना बेहद जरूरी होता है तथा अधिकांश लोग इस दुविधा में रहते हैं कि किस तरह का परफ्यूम लगाया जाए क्योंकि पसीने की बदबू को रोकने तथा दिलो दिमाग में सुकून पाने के लिए ऐसे परफ्यूम की जरूरत होती है जोकि आपके त्वचा और व्यक्तित्व दोनों के अनुकूल हो।
- यह ध्यान रखें की सस्ते और घटिया परफ्यूम से आप को स्किन एलर्जी हो सकती है तथा त्वचा पर छाले भी पड़ सकते हैं।
- अगर आपको किसी ब्रांड का परफ्यूम अनुकूल लगता हो तो उसे उपयोग करते रहें तथा बार बार ब्रांड न बदलें।
- कभी भी परफ्यूम को शरीर के खुले अंगों पर न लगाएं। क्योंकि इससे रिएक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
- परफ्यूम खरीदने से पहले इसमें एसिड की मात्रा जरूर चेक कर लें क्योंकि एसिड की मात्रा ज्यादा होने से शरीर में खुजली , रैशेस आदि की समस्या हो सकती है।
- हमेशा प्राकृतिक खुशबू बाला परफ्यूम बेहतर साबित होता है। यह एक सामान्य नियम है की लड़कियों को हल्का व लड़कों को स्ट्रांग परफ्यूम का उपयोग करना चाहिए।
- यह ध्यान रखें की परफ्यूम खरीदने से पहले इसकी सुगन्ध की जाँच बाहर जरूर कर लें क्योंकि स्टोर के अन्दर एयर कंडीशनिंग का असर परफ्यूम की सुगंध पर पड़ता है।
-रोल-आन की बजाए इसका करें इस्तेमाक
ज्यादातर डीओडरेंट शरीर से पसीने को रोकने का काम करते है तथा ऐसे में रोल-आन की बजाय स्प्रे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। गर्मियों के मौसम में हल्की खुशबू का डीओडरेंट ज्यादा असरदार माना जाता है। क्योंकि तेज खुशबू वाले पसीने को रोकने वाले डीओडरेंट के प्रयोग से त्वचा में जलन या रिएक्शन हो सकता है। गुलाब, चन्दन तथा खस प्राकृतिक कुलन्ट माने जाते हैं इसलिए इनके घटकों से बने पाउडर या डियोडरन्ट गर्मियों में ज्यादा उपयोगी माने जाते है। बाजार में बिकने वाले ज्यादा परफ्यूम रासायनिक पदार्थों के मिश्रण से बने होते है। इनमें सुगन्धित तेलों को सिंथेटिक सामग्री से मिश्रित किया जाता है तथा उन्हें विभिन्न स्रोतों से प्राप्त की गई खुशबू से बनाया जाता है।
मौसम या वातावरण सही परफ्यूम चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है। आर्द्रता भरें गर्म वातावरण में हल्के तथा ताजा खुशबू वाले परफ्यूम बेहतर परिणाम देते है क्योंकि इस मौसम में परफ्यूम का प्रभाव प्रचण्ड हो जाता है। तेज खुशबू वाले परफ्यूम आपको असहज कर सकते है तथा कई बार सिरदर्द का कारण भी बन जाते है। ठण्डे तथा शुष्क वातावरण में तेज खुशबू वाले परफ्यूम प्रभावकारी साबित होते है। गर्मियों के मौसम में गुलाब, चन्दन, लैवंडर तथा लेमन खुशबू वाले परफ्यूम हल्के तथा ताजगी भरे महसूस होते है। परफ्यूम के चयन में वक्त भी महत्वपूर्ण माना जाता है। दिन के समय में हल्के परफ्यूम उपयोग में लाने चाहिए।
(लेखिका अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ है तथा हर्बल क्वीन के नाम से लोकप्रिय है।)