बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों के लिए बुद्ध पूर्णिमा बहुत खास होती है। इस पर्व को वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें महा ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी। बुद्ध पूर्णिमा भगवान बुद्ध को समर्पित होती है, इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना करने और उपवास रखने से ज्ञान की प्राप्ति होती है।
कब है बुद्ध पूर्णिमा 2024
इस बार पूर्णिमा का शुरुआत 22 मई की शाम को 6 बजकर 47 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 23 मई को शाम 7 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि के अनुसार इस साल 23 मई 2024 के दिन ही बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
इस बार बन रहा है बुद्ध पूर्णिमा पर शुभ संयोग
इस साल पूर्णिमा का दिन इसलिए भी खास होने वाला है क्योंकि शुभ योग का निर्माण बन रहा है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन शिव योद और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होगा और शुक्र- सूर्य की युति से शुक्र आदित्य योग और राजभंग योग बन रहा है। इस दिन गुरु- शुक्र की वृषभ राशि में युति भी होने जा रही है इससे गजलक्ष्मी राजयोग और गुरु और सूर्य की युति से गुरु आदित्य योग का संयोग बन रहा है। गजलक्ष्मी राजयोग के बारे में मान्यता है कि इस योग में किए गए सारे काम सफल होते हैं और धन की प्राप्ति होती है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय
आर्थिक समस्याओं के लिए
बुद्ध पूर्णिमा वैशाख पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, इसलिए मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी पीपल पर वास करती हैं, इसलिए सूर्योदय होने से पहले पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद पीपल के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं।
शुभ फल की प्राप्ति के लिए
इस दिन शुभ फल की प्राप्ति के लिए चावल की खीर बनाकर ‘चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए और “ऊँ स्त्रां स्त्रीं स्त्रं स: चंद्रमसे नम:” मंत्र का जाप करना चाहिए।