बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन की हाल में ही एंजियोप्लास्टी हुई है। एक्ट्रेस ने अपने स्वास्थ्य के बारे में बताते हुए भारत में महिलाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के खतरे के बारे में भी बात की है। इसके अलावा शोधकर्ताओं की मानें तो भारत में महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले में बढ़ोतरी नजर आई है। खासकर 40 के बाद महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियां ज्यादा बढ़ रही हैं। स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि 2000 से 2017 के बीच भारत में महिलाओं में हार्ट अटैक के कारण मौत के मामले पुरुषों के मुकाबले से ज्यादा सामने आए हैं। 2017 की एक स्टडी के अनुसार, दिल संबंधी बीमारियों के कारण 1.54 मिलियन मौतें हुई हैं जिनमें से करीबन 0.62 मिलियन महिलाएं थी और 0.92 पुरुष थे।
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा खतरा
शोधकर्ताओं ने 2000 से 2017 के आंकड़ों के विशलेषण किया जिसमें 0.85 से 1.54 मिलियन में आंकड़ों का इजाफा हुआ है वहीं यह आकंड़े पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा थे। महिलाओं में 0.32 से 0.62 का दर था यहां दूसरी ओर पुरुषों में यही आंकड़ा 0.53 से 0.92 तक का था।
इन कारणों से बढ़े हार्ट संबंधी बीमारियों के मामले
शोधकर्ताओं ने बताया कि 2020 के जर्नल के अनुसार, महिलाओं में हार्ट संबंधी बीमारियां बढ़ने का कारण स्मोकिंग, डायबिटिज और दांतों में इंफेक्शन पाई गई है। वहीं ज्यादातर मेडिकल रिसर्च की मानें तो डायबिटीज पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के हृदय को ज्यादा प्रभावित करती हैं।
महिलाओं को देना चाहिए खास ध्यान
एक्सपर्ट्स की मानें तो महिलाओं और मेडिकल प्रेक्टिशनर्स दोनों को हृदय स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरुरत है। महिलाओं को हार्ट चेकअप करवाना चाहिए ताकि हार्ट में ब्लॉकेज न हो। इसके अलावा महिलाओं को नियमित एकसरसाइज करनी चाहिए। हाल ही में आए शोध के अनुसार, महिलाओं में मोटापा भी पुरुषों से ज्यादा है। वहीं अगर दो साल पहले की बात करें तो महिलाएं हार्ट संबंधी बीमारियों से बची हुई थी लेकिन अब के आंकड़े देखे जाएं तो उनमें यह सामने आया है कि पुरुष हार्ट संबंधी बीमारियों से बचे हुए हैं जब तक वह मेनोपॉज को हिट नहीं करती। वहीं इसके विपरित महिलाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। इसके अलावा 60 के बाद पुरुषों और महिलाओं दोनों में हार्ट संबंधी बीमारियों का जोखिम एक जैसा ही होता है।
हार्ट अटैक के लक्षण
. जबड़े, गर्दन, कंधे, पीठ और पेट में तकलीफ
. सांस लेने में कठिनाई
. मतली या उल्टी आना
. पसीना आना
. चक्कर
. थकान
. दिल में जलन होना
कारण
. डायबिटीज
. मोटापा
. हाई ब्लड प्रेशर
. एंजाइटी
. डिप्रेशन