द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट विधि- विधान से शीतकाल के लिए बंद हो गये।
इस अवसर पर मंदिर को बेहद ही शानदार तरीके से सजाया गया था।
इस बार18 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन किये।
प्रातकालीन पूजा के पश्चात श्रद्धालुओं ने भगवान मद्महेश्वर जी के दर्शन किये।
इस मंदिर में शिव की पूजा नाभि लिंगम के रुप में की जाती है।