कोरोना वायरस के कहर से दुनियाभर को मुक्ति दिलाने के लिए इसकी वैक्सीन पर काम किया जा रहा है। कई देशों में वैक्सीन का काम तीसरे चरण के ट्रायल पर पहुंच चुका है। लेकिन इस बीच सबसे अहम सवाल जो खड़ा हो रहा है वो ये कि कोविड-19 की वैक्सीन कब तक मिलेगी? वहीं अब कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने बयान दिया है।
साल 2022 से पहले वैक्सीन का मिलना मुश्किल
सौम्या स्वामीनाथन ने अपने दिए बयान में कहा कि साल 2022 से पहले कोरोना वैक्सीन का पर्याप्त मात्रा में मिलना मुश्किल है। वह कहती हैं कि WHO के कोवाक्स प्लान के तहत कई देशों में वैक्सीन को बराबर रूप से पहुंचाया जाएगा। मगर, इसके लिए साल 2021 के बीच तक करोड़ों में वैक्सीन की खुराक तैयार करनी होगी। जिसके बाद वैक्सीन की दो अरब खुराक तैयार करने का लक्ष्य अगले साल के अंत तक रखा जाएगा।
12 महीने का लग सकता है समय
सौम्या स्वामीनाथन कहती हैं कि लोग यह सोच रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में कोरोना की वैक्सीन मिल जाएगी। जिसके बाद फिर से उनकी नाॅर्मल जिंदगी शुरू हो जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। क्योंकि साल 2021 की शुरुआत में वैक्सीन के प्रभावी नतीजों को देखा जाएगा। उसके नतीजों को देखने के बाद वैक्सीन को बांटने के काम के बारे में सोचा जाएगा। उनका कहना है कि अभी जिन वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है उसके प्रभावों और दुष्प्रभावों को देखने के लिए तकरीबन 12 महीने का वक्त लग सकता है।