शोध के अनुसार, करीब 4.2 करोड़ भारतीय थायराइड की समस्या झेल रहे हैं। थायराइड, गले में बटरफ्लाई आकार का एंडोक्राइन ग्लैंड होता है, जो मेटाबॉलिज्म, हार्ट फंक्शन व आंतोंके कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें गड़बड़ी के कारण कई समस्याएं होने लगती है। खासकर महिलाओं को इसके कारण अनियमित पीरियड्स, तनाव, चेहरे पर अनचाहे बाल, पीसीओडी, पीसीओएस और बांझपन का खतरा रहता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है, जिसके लिए सबसे बेहतरीन तरीका है डाइट।
थायराइड भी दो तरह का होता हैं - हाइपो और हाइपर थायराइड। महिलाओं में ज्यादातर हाइपो थायरायडिज्म के केस ज्यादा देखने को मिलते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि हाइपोथायराइडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म को कंट्रोल करने के लिए कैसी डाइट लेनी चाहिए...
हाइपोथायरायडिज्म
हाइपोथायरायडिज्म में थायराइड ग्रंथि हार्मोंस का कम मात्रा में निर्माण करती है ऐसे में आप इसके लिए ये आहार खा सकते हैं...
1. अलसी के बीज
अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड हायपोथायरॉडिज्म के जोखिम को कम करता है लेकिन पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन आयोडीन की कमी का कारण बन सकता है।
2. ब्राजील नट्स
इसमें सेलेनियम होता है जो निष्क्रिय थायराइड हार्मोन को सक्रिय करता है और हाइपोथायरायडिज्म को कंट्रोल करता है।
3. अंडा
शोध के अनुसार, प्रोटीन, सेलेनियम से भरपूर अंडे का सेवन हाइपोथायरायडिज्म व हाइपरथायरायडिज्म दोनों में फायदेमंद है।
4. कैल्शियम और विटामिन डी
इसके अलावा कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर चीजें जैेसे साबुत अनाज, दूध, दही, पनीर आदि का सेवन भी इसे कंट्रोल करने में फायदेमंद है।
हाइपोथायरायडिज्म में क्या नहीं खाना चाहिए?
ग्रीन टी, सोयाबीन, कुछ खास प्रकार की सब्जियां जैसे – ब्रोकली, पालक, फूलगोभी का सेवन ना करें। इनमें एंटी-थायराइड और गोइट्रोजेनिक तत्व होते हैं, जो थायराइड के लिए हानिकारक हैं।
हाइपरथायराइड
इसके कारण थायराइज ग्रंथि हार्मोंस का ज्यादा निर्माण करने लगती है, जिसे कंट्रोल करने के लिए एंटीथाइरोइड आहार खाने चाहिए।
1. ग्रीन टी
इसमें एंटी-थायराइड गुण पाए जाते हैं, जो इसे कंट्रोल करते हैं इसलिए रोजाना 1-2 कप ग्रीन का सेवन जरूर करें।
2. लौकी
शोध के अनुसार, लौकी की सब्जी या जूस भी हाइपरथायराइड को कंट्रोल करने में फायदेमंद है क्योंकि इसमें एंटीथायराइड गुण होते हैं।
3. अंडा
हाइपरथायराइड में अंडा खाना फायदेमंद होता है लेकिन ध्यान रहे कि अंडे के सफेद भाग का सेवन न करें।
4. आंवला
शोध के अनुसार, आंवला में हेपाटोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो हाइपरथायराइड को कंट्रोल करता है।
5. तुलसी
तुलसी में औषधीए के साथ एंटी-थायराइड गुण भी होते हैं, जो हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करते हैं। आप चाहे तो तुलसी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
थायराइड में क्या न खाएं
ज्यादा आयोडीन युक्त पदार्थ, मछली, सोय प्रोडक्ट्स, अंडे की जर्दी, पनीर आदि से आपको परहेज करना चाहिए।