हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरूआत गणेश जी की पूजा से ही किया जाता है। इसलिए गणपति बप्पा को प्रथम पूजनीय कहा जाता है। साथ ही घर में उनकी मूर्ति रखने से सुख-समृद्धि व खुशियों का वास होता है। मगर बात बप्पा की मूर्ति को खरीदने की करें तो इसके लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान रखने की जरूरत होती है। तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में गणेश जी की मूर्ति खरीदने का शुभ दिन व इससे जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं...
इन दिन मूर्ति खरीदना शुभ
वास्तु के अनुसार प्रथम पूजनीय गणेश जी की मूर्ति रविवार को खरीदनी चाहिए। साथ ही सफेद रंग मूर्ति शुभ मानी जाती है। इससे घर में खुशहाली आने के साथ सफलता व तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
इस दिशा में रखें मूर्ति
वास्तु के मुताबिक, घर का ब्रह्म स्थान यानी केंद्र गणपति देव का माना जाता है। ऐसे में इनकी मूर्ति वो इसी दिशा में रखें। इसके अलावा घर की पूर्व या ईशान दिशा में भी गणेश जी की मूर्ति स्थापित करना शुभ होता है। मगर इस बात का खास ध्यान रखें कि बप्पा की सूंड हमेशा उत्तर दिशा की ओर हो। साथ ही इनकी मूर्ति कभी भी दक्षिण दिशा में रखने से बचें।
सुख और समृद्धि दिलाएगी ऐसी मूर्ति
हमेशा गणेश जी की मूर्ति ऐसी खरीदें जिसमें उन्होंने हाथ में मोदक पकड़ा हो। इससे अन्न व धन से जुड़ी परेशानी दूर होकर घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
सकारात्मक ऊर्जा के लिए
घर में नकारात्मकता फैली होने के कारण बनते-बनते काम बिगड़ने लगते हैं। घर के सदस्यों में तनाव रहने के साथ अक्सर लोग बीमारियों की चपेट में आने लगते हैं। ऐसे में घर पर आम, पीपल या नीम के पत्ते वाली गणेश जी की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मकता ऊर्जा दूर होकर सकारात्मक में बदल जाएगी। साथ ही घर में खुशियों भरा माहौल बना रहेगा।
इस मूर्ति से बनी रहेगी गणेश जी की कृपा
गणपति देव का वाहन मूषक होता है। ऐसे में उन्होंने यह अतिप्रित होने से मूषक वाले गणेशजी की मूर्ति घर पर स्थापित करना शुभता का प्रतीक माना जाता है।
वास्तुदोष होगा दूर
अक्सर घर में वास्तुदोष होने के कारण जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में क्रिस्टल के बने गणेशजी की मूर्ति घर पर स्थापित करनी चाहिए। इससे वास्तुदोष दूर होने में मदद मिलती है। साथ ही रोजाना क्रिस्टल के गणेशजी और लक्ष्मी माता की मूर्ति की पूजा करने से सुख-समृद्धि व सौभाग्य की प्राप्ति होती है।