पेट साफ होने से शरीर तंदरूस्त रहता है। असल में, हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए रोजाना दिन में 2 से 3 बार आपका पेट साफ होना जरूरी है। कभी कभार दिन में एक बार भी पेट साफ हो जाए तो चलता है, मगर हर रोज सुबह शाम दो बार आपका पेट साफ जरूर होना चाहिए। उसके लिए आपको सदा घर का बना सादा और हेल्दी भोजन करना चाहिए, खासतौर पर फाइबर युक्त भोजन आपके लिए बेहद जरूरी होता है।
कब्ज होने के कारण
एक्सपर्ट्स के अनुसार, हमारी आंत यानि कोलोन का मुख्य काम हमारे पाचन तंत्र से निकलते समय खाए हुए भोजन से पानी को अवशोषित करना होता है। इसी से ही मल बनता है। उसके बाद कोलोन के मांसपशियां इस अवशोषित मल को हमारे मलाशय के जरिए शरीर से बाहर निकालने का काम करता है। मगर कहीं मल अधिक समय तक बाहर न आने पर कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इसके पीछे का कारण पेट का ठीक से साफ न होना होता है।
मगर कई बार गलत खानपान या फिर सही समय पर उपयुक्त भोजन न करने की वजह से व्यक्ति कब्ज का शिकार हो जाता है यानि हर रोज व्यक्ति का पेट अच्छे से साफ नहीं हो पाता और धीरे धीरे वह बीमारियों की चपेट में रहने लगता है। ऐसे में इससे बचने के लिए उन चीजों को खाने से परहेज रखना चाहिए, जिनसे कब्ज होने की शिकायत होती है। तो चलिए आज हम आपको उन आहारों के बारे में बताते हैं जो कब्ज होने की परेशानी का कारण बनते हैं...
आटा ब्रेड
आटे से तैयार ब्रेड में फाइबर की मात्रा बहुत कम या न के बराबर होती है। इसमें स्टार्च अधिक मात्रा में मौजूद होने से इसका सेवन करने से पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को कब्ज की समस्या होने का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। अगर आपको ब्रेड खानी पसंद ही है तो आप आटे की जगह साबुत अनाज से तैयार ब्रेड का सेवन कर सकते हैं। यह खाने में टेस्टी होने के साथ पौष्टिक गुणों से भरी होती है।
चावल
चावल सफेद और ब्राउन दो तरीके के होते हैं। इनमें से सफेद चावलों को ज्यादा पॉलिश किया जाता है। ऐसे में इससे भूसी और चोकर हट जाने से भारी मात्रा में पोषक तत्व चावलों से खत्म हो जाते हैं। इसी वजह से सफेद चावल का सेवन अधिक मात्रा में करने से कब्ज की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी से बचने के लिए एक्सपर्ट्स हमेशा सफेद की जगह फाइबर से भरपूर ब्राउन राइस खाने को कहते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स
जो लोग अधिक मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करते हैं। उन्हें भी कब्ज होने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। असल में डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टोज की मात्रा अधिक होने से पेट में दर्द, जलन, सूजन आदि की समस्या हो सकती है। ऐसे में खासतौर पर पेट में गड़बड़ी रहने वाले लोगों को डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
रेड मीट
नॉन वेज में प्रोटीन और अन्हैल्दी फैट अधिक मात्रा में पाया जाता है। ये ही कब्ज की परेशानी होने का कारण बनती है। असल में, फैट और प्रोटीन अधिक मात्रा में होने से यह टूटने में समय लगाती है। साथ ही आयरन भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होने से कब्ज होने की परेशानी का कारण बनता है। ऐसे में कब्ज की समस्या से बचने के लिए रेड मीट का सेवन कम करना चाहिए। मगर कहीं आपको नॉन वेज खाना ही है तो आप इसकी जगह चिकन या फिश का सेवन कर सकते हैं।
फ्रोजन फूड
फ्रोजन फूड में सोडियम की मात्रा बहुत ही ज्यादा पाई जाती है। इससे नमक पतला हो जमा होता है। ऐसे में ये चीजें पाचन तंत्र में गड़बड़ी करने के साथ कब्ज होने की समस्या का कारण बनते हैं। साथ ही इस तरह के खाने का सेवन करने से शरीर को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में हमेशा घर का बना साफ और पौष्टिक भोजन का ही सेवन करना चाहिए।
कॉफी
चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स में कैफीन अधिक मात्रा में मौजूद होती है। ऐसे में इन चीजों के अधिक सेवन से पेट के खराब होने के साथ कब्ज होने की परेशानी हो सकती है।
जंक और फास्ट फूड
जंक और फास्ट फूड खाने में भले ही टेस्टी लगता हो मगर इसमें फाइबर की मात्रा सबसे कम और फैट अधिक मौजूद होता है। ऐसे में इस तरह के खाने में उचित तत्वों की कमी होने से कब्ज होने की शिकायत रहती है। इसलिए जितना हो सके फास्ट फूड के सेवन से परहेज रखना चाहिए।
चॉकलेट
अक्सर लोग स्वाद- स्वाद में चॉकलेट का भारी मात्रा में सेवन कर लेते हैं। मगर इसका ज्यादा सेवन करने से पाचन क्रिया कमजोर होने लगती है। ऐसे में पेट स्वस्थ न रहने से कब्ज की शिकायत होने लगती है। एक रिसर्च के मुताबिक, चॉकलेट में वसा अधिक और फाइबर बहुत कम मात्रा में होने से खाने को पचाने की क्रिया कम होने लगती है।