नारी डेस्क: चाइना से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन हर काई हैरान रह गया। यहां डबल यूट्रस से ग्रस्त महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, दोनों अलग-अलग गर्भाशय से हुए हैं। आमतौर पर दो यूट्रस वाली महिलाओं को प्रेगनेंट होने में दिक्कत नहीं होती है, लेकिन इस दौरान कुछ तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
0.3 प्रतिशत महिलाएं का होता है डबल यूट्रस
कुछ महिलाओं में दो यूट्रस जन्मजात हो सकते हैं। इस स्थिति में एक गर्भाशय सामान्य स्थान पर हो सकता है, वहीं दूसरा गर्भाशय ग्रीवा में विकसित हो सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की एक चीनी महिला को एक दुर्लभ स्थिति का पता चला था जो वैश्विक स्तर पर केवल 0.3 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करती है।
मेडिकल टीम ने की विशेष तैयारी
अब साढ़े आठ महीने की गर्भवती महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि लाखों में एक घटना इस प्रकार की होती है। उन्होंने कहा- इस स्थिति वाली महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अक्सर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें गर्भपात, समय से पहले जन्म और डिलीवरी में आने वाली मुश्किलों का खतरा बढ़ जाता है। वह महिला जिसका पहले अनिश्चित कारणों से 27 सप्ताह में गर्भपात हो गया था, जनवरी में फिर से गर्भवती हो गई। इस बार, अस्पताल की मेडिकल टीम ने मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार की।
डबल यूट्रस वाली महिलाओं को झेलनी पड़ती है तकलीफें
रिपोर्ट के मुताबिक, ली ने अपने जुड़वा बच्चों को सीजेरियन सेक्शन से जन्म दिया, जिसमें लड़के का वजन 3.3 किलोग्राम और लड़की का वजन 2.4 किलोग्राम था। डबल यूट्रस वाली महिलाओं को गर्भधारण करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, गर्भावस्था के दौरान भी चुनौतियों झेलनी पड़ती हैं। डबल यूट्रस वाली महिलाओं को बार-बार मिसकैरेज हो सकता है या फिर समय से पहले शिशु का जन्म हो सकता है। यह आनुवांशिक हो सकता है।
डबल यूट्रस के कारण
डबल यूट्रस की समस्या जन्मजात होती है। यानी महिला इसी के साथ पैदा होती है। जब कोई भ्रूण, गर्भाशय में होता है, तभी डबल यूट्रस विकसित हो सकता है। महिलाओं को डबल यूट्रस, जेनेटिक रूप से भी मिलता है। डबल यूट्रस वाली कई महिलाओं की सेक्स लाइफ, प्रेग्नेंसी और डिलीवरी नॉर्मल होती है। लेकिन कभी-कभी डबल यूट्रस और यूट्राइन विकास की असामान्यताओं के कारण इनफर्टिलिटी, मिसकैरेज, प्रीमैच्योर डिलीवरी और किडनी की परेशानी हो सकती है। बहुत ही कम महिलाओं को डबल यूट्रस की शिकायत होती है।