कोरोना के कहर को बढ़ने से रोकने के लिए व्यक्ति का इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। इसके मजबूत होने से शरीर बीमारियों की चपेट में आने से बचता है। यह बैक्टीरिया, वायरस, फंगस जैसे टॉक्सिन्स से लड़कर हमारे शरीर को बचाता है। साथ ही इसके मजबूत होने से फेफड़े, किडनी, लीवर के संक्रमण आदि गंभीर बीमारियों से बचाव रहता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है उनका कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है। शरीर से मिलने वाले कुछ संकेत से इम्यूनिटी वीक होने का पता लगाया जा सकता है।
लंबे समय तनाव में रहना
इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को तनाव की समस्या रहती है लेकिन लंबे समय होने वाला तनाव इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है। हालांकि आप इसे अनदेखा करते हैं, जिससे आप जुकाम-फ्लू, दिल के रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। तनाव से राहत पाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए योग और ध्यान का सहारा लें।
व्यायाम न करना
अगर आप व्यायाम या रोज टहलने नहीं जाते हैं तो आप में बीमार पड़ने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। विशेषज्ञ के मुताबिक, कम से कम 30 मिनट नियमित रूप से एरोबिक करने की सलाह देते हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाओं दूर करता है, जिससे इम्यून सिस्टम को ठीक ढ़ग से कार्य करने में मदद मिलती है।
मोटापे के कारण
मोटापे का संबंध डाइट और एक्सरसाइज की कमी से है जो इम्युनिटी को कम करने का काम करता है। इससे एंटीबॉडीज का निर्माण नहीं हो पाता और सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या भी नहीं बढ़ पाती। जिससे मोटे लोगों में संक्रमण से लडऩे की क्षमता कम हो जाती है।
इन्फेक्शन होना
अगर बार-बार कान में इन्फेक्शन, न्यूमोनिया या पेट खराब जैसी समस्याएं हो रही है तो आपको थोड़ा अलर्ट होने की जरूरत है। आपके बार-बार बीमार पड़ने का कारण इम्यून सिस्टम का कमजोर होना है।
पूरी नींद न लेना
पर्याप्त नींद न लेने का गलत असर भी आपके इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। इससे कीटाणुओं से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं कम होने लगती है और आप कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए कम से कम 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है।
थकान फील होना
बिना कोई काम किए या थोड़ा सा काम करके ही थक जाना वीक इम्यूनिटी की तरफ इशारा करता है। ऐसे में अपने आहार में बदलाव करने की जरूरत है।
घाव जल्दी न भरना
शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण घाव भरने में समय लगता है। साथ ही यह इम्यूनिटी लेवल कम होने की ओर इशारा करता है।
बार-बार जुकाम-खांसी होना
मेडिकल साइंस के अनुसार साल में 3 बार अडल्ट को जुकाम होना सामान्य बात है। लेकिन बार-बार सर्दी-जुकाम होना कमजोर इम्यून सिस्टम की तरफ इशारा करता है।