खाने के शौकिन लोगों के लिए दिल्ली की सरकार एक नया कदम उठाने वाली है। सरकार ने फूड ट्रक पॉलिसी को लागू करने की तैयारी शुरु कर दी है। इस पॉलिसी के अंतर्गत फूड ट्रक हब के लिए करीबन 40 जगहें चिह्नित की गई हैं। जहां पहले चरण में 10-15 स्थानों में इस पॉलिसी को शुरु किया जाएगा। ऐसे में लोग रात 2 बजे तक स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले पाएंगे। नाइट लाइफ की आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार ने इस योजना को लाने का फैसला किया है। बीते साल सरकार ने बजट में इस गतिविधि की घोषणा की थी।
खाने पीने के शौकिन लोगों के लिए बनाना था फूड ट्रक
सरकार के द्वारा इस योजना को शुरु करने का कारण सिर्फ खाने-पीने के शौकिन लोगों के लिए फूड ट्रक हब बनाना था। इसके अलावा कुछ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा देना भी था ताकि लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ सकें। सरकार की सारी कोशिशों के बाद और उपराज्यपाल के साथ लगातार मतभेद के चलते यह योजना आगे नहीं बढ़ पाई लेकिन पर्यटन विभाग ने आखिर कार इस नीति को मान्यता दे दी है।
कंपनी करेगी सारे प्रबंध
इस नीति के अनुसार लाइसेंस वाली जगहों पर एक से ज्यादा फूड ट्रक भी लगाए जा सकेंगे लेकिन यह सब जगह के अनुसार ही तय होगा। इन फूड ट्रक हब्स को रात 2 बजे तक खोलने की अनुमति सभी को मिलेगी। इसलिए यह लाइसेंस अलग-अलग फूड ट्रक मालिकों की जगह सिर्फ एक फर्म या कंपनी को ही दिए जाएंगे जो वहां का प्रबंधन करेंगे। इन सभी का चुनाव निविदा के जरिए ही होगा।
नहीं होगी कोई जमीन की समस्या
दिल्ली सरकार के लिए फूड ट्रक हब बनाने की समस्या जमीन को लेकर थी इसलिए सरकार ने जिन 40 स्थानों को चिह्नित किया है वो दिल्ली सरकार या उनके अंतगर्त आने वाले विभाग जैसे जलबोर्ड और बाकियों की हैं। इन लोगों को जमीन की मंजूरी के लिए सरकार को कई तरह की मंजूरियों से भी जूझना न पड़े।
फूड ट्रक पर दिखेंगे ये व्यंजन
वहीं फूड ट्रक पर दिल्ली के प्रसिद्ध व्यंजन ही दिखेंगे जैसे चाट, दही भल्ला, कचौड़ी, गोलगप्पे, छोले-समोसे आदि। इन सारे व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए दिल्ली एनसीआर के अलावा और भी दूरदराज से लोग आते हैं। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को फूड ट्रक पर अब इन सभी व्यंजनों का स्वाद मिल पाएगा।
इन शहरों से लिया दिल्ली सरकार ने आइडिया
इंदौर, मुंबई, गौवा, चैन्नई, बैंगलुरु, चंडीगढ़, पुना इन सारे शहरों में करीबन रात दो बजे तक बाजार खुले ही रहते हैं। ऐसे में दिल्ली में आमतौर पर 10-11 के बीच बाजार बंद हो जाते हैं। दिल्ली सरकार ने नाइट लाइफ को बढ़ावा देने के लिए इन शहरों से आइडिया लिया है हालांकि योजना बनाने से पहले विदेश के शहरों की गतिविधियों को भी देख गया था।
कई दुकानों को मिला लाइसेंस
दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ महीनों के दौरान करीबन 300 से ज्यादा दुकानों को लाइसेंस दिया है ताकि वह रात 12 बजे तक खुली रह सकें। ऐसे में इन सभी को मिलती सफलता देखकर सरकार ने अब फूट ट्रक पॉलिसी पर भी काम करना शुरु कर दिया है।
इन इलाकों में भी होगी प्राथमिकता
सरकार के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो यह वह स्थान होंगे तो मेट्रो स्टेशन के पास या फिर आवासीय इलाकों के आपस होंगे। ताकि इनमें लोगों को पहुंच अधिक हो। दिल्ली हॉट जैसे इलाके भी इसमें शामिल हो सकते हैं जहां पर लोगों का काफी आनाजना होता हो।