नेशनल डेस्क: एक बार फिर मासूम कुत्ते का गुस्से का शिकार हो गया। गाेवा में ‘पिटबुल' नस्ल के कुत्ते के हमले में सात वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चा अपनी मां के साथ टहल रहा था तभी ‘पिटबुल' ने उस पर हमला बोल दिया। इस घातक हमले मासूम ने दम तोड़ दिया। यह इस तरह का पहला मामला नहीं है पिछले कुछ समय से बच्चों पर कुत्तों के हमले की घटनाएं काफी बढ़ गई है।
माता- पिता बरतें सावधानियां
कुत्तों के आस-पास अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियों का पालन करना आवश्यक है। कुत्ते के संकेतों को समझना महत्वपूर्ण है, जैसे कि जब वे तनाव में होते हैं या असहज महसूस करते हैं। कान पीछे कर लेना, पूंछ दबा लेना, या गुर्राना जैसे संकेत बताते हैं कि कुत्ता आरामदायक महसूस नहीं कर रहा है। बच्चों को सिखाएं कि वे कुत्ते के करीब तभी जाएं जब कुत्ता आरामदायक और शांत दिखाई दे।
बच्चों को सही तरीके से इंटरैक्ट करना सिखाएं
बच्चों को सिखाएं कि वे कुत्ते के करीब धीरे-धीरे जाएं और कभी भी उन्हें अचानक छूने की कोशिश न करें। उन्हें समझाएं कि कुत्ते की आंख, कान, या पूंछ को खींचना या कुत्ते पर चढ़ने की कोशिश करना ठीक नहीं है। हमेशा बच्चों और कुत्तों के बीच की इंटरैक्शन पर नजर रखें। कभी भी छोटे बच्चों को कुत्तों के साथ अकेला न छोड़ें, चाहे वह कितना भी मित्रवत क्यों न हो।खासकर जब बच्चे और कुत्ते दोनों नए हों, तब सावधानी अधिक आवश्यक होती है।
बच्चों को सुरक्षित खेल सिखाएं
बच्चों को सिखाएं कि वे कुत्ते के साथ किस प्रकार का खेल खेल सकते हैं, जैसे कि गेंद फेंकना या खिलौना देना, लेकिन दौड़ना, चिल्लाना, या बहुत जोर से शोर करना कुत्ते को परेशान कर सकता है। बच्चों को बताएं कि यदि वे कुत्ते के पास हैं, तो वे धीरे-धीरे और शांत रहें। बच्चों को बताएं कि वे कभी भी अजनबी कुत्तों के पास न जाएं और यदि वे ऐसा करने की अनुमति प्राप्त करते हैं, तो पहले मालिक से पूछें और कुत्ते को धीरे से हाथ देने की कोशिश करें।
कुत्ते को उचित प्रशिक्षण दें
कुत्ते को बेसिक कमांड जैसे कि "बैठो," "रुको," और "नहीं" का प्रशिक्षण दें। इससे आपात स्थिति में उनके व्यवहार को नियंत्रित करना आसान हो जाता है। अगर आपका कुत्ता बच्चों के आस-पास असहज महसूस करता है, तो आप एक पेशेवर डॉग ट्रेनर से सलाह ले सकते हैं।