बेटा हो या बेटी वे मां बाप का गौरव और उनकी शान होते हैं। कुछ घरों में जहां बेटियों को देवी की तरह पूजा जाता है तो वहीं कई जगह आज भी बेटियों को वो दर्जा या सम्मान नहीं दिया जाता जिनकी वह हकदार होती हैं। ऐसे में सरकार ने लड़कियों की स्थिति सुधारने के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई हैं, जिससे
लड़कियों को एक बोझ के रूप में ना देखा जाए। अगर आपके भी घर बेटी का जन्म हुआ है तो आपकी इन योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए।
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना बालिकाओं के लाभ के लिए शुरू की गई सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है। यह “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” योजना का एक हिस्सा है। इस योजना के तहत, बेटी का बैंक खाता किसी भी बैंक में या डाकघर के भीतर बेटी के पिता द्वारा खोला जाएगा। इस खाते को खोलने के लिए न्यूनतम राशि ₹250 है और इसलिए अधिकतम राशि 1.5 लाख रुपये है। इससे पहले, सुकन्या समृद्धि योजना 2021 के तहत, ब्याज दर 9.1 प्रतिशत थी, जिसे अब घटाकर 8.6 प्रतिशत कर दिया गया है। यह अकाउंट बैंकों और पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है और अकाउंट को 21 वर्ष तक या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक चलाया जा सकता है।
कब निकाल सकते हैं पैसे
लड़की की 10वीं के बाद पढ़ाई के लिए भी अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 50% तक निकाल सकते हैं।
लड़की को गंभीर बीमारी होने पर भी अकाउंट बंद करके, पूरा पैसा निकाला जा सकता है।
खाताधारक या उसके अभिभावक की मौत होने पर भी अकाउंट को बंद किया जा सकता है।
लड़की की शादी होने पर, अकाउंट में जमा पूरा पैसा भी निकाला जा सकता है।
बालिका समृद्धि योजना
बालिका समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा बालिकाओं की सुविधा के लिए वर्ष 1997 में महिला और बाल विकास के लिए नीतियों के तहत शुरू की गई थी। यह व्यापक रूप से बालिकाओं के जन्म और शिक्षा का समर्थन करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में जानी जाती है। इस योजना के तहत बालिकाओं को पीएम बालिका समृद्धि योजना के द्वारा उनकी शैक्षिक योग्यता यानी qualification के अनुसार हर साल केंद्र सरकार द्वारा स्कॉलरशिप वित्तीय सहायता के रूप में दी जाएगी। बालिका समृद्धि योजना 15 अगस्त 1997 को या उसके बाद पैदा हुई उन बालिकाओं को लाभान्वित करती है, जो गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों से हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
बेटियों का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती हैं। इन योजनाओं के माध्यम से बेटियों के लिए सुरक्षा से लेकर सामाजिक एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से ना केवल बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी बल्कि बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 22 जनवरी 2015 को आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से बालिकाओं के अस्तित्व, सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा।
इस योजना का लाभ और विशेषताएं
इस योजना के माध्यम से बालिकाओं के अस्तित्व, सुरक्षा और शिक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा।
अगर आप बेटी के बैंक में प्रति महीने 1000 रुपये की राशि जमा करवाते है तो साल में सीधे 12000 रुपये जमा करते है तो बेटी के 14 साल पूरे होने पर 1,68,000 रुपये की राशि आपकी बेटी के खाते में जमा हो जायेंगे।
अगर आप बेटी के 18 साल पूरे होने के बाद राशि निकलना चाहते है तो आप केवल 50% ही निकाल सकते है बाकी 50% राशि बेटी की शादी के समय ही निकाल सकते है।
यदि आप 21 साल पूरे होने के बाद यह धनराशि निकालते है तो आपको कुल 6,07,128 रुपये की धनराशि प्रदान की जाएगी।
यदि आप बैंक में हर साल 1.5 लाख रुपये जमा करते है तो 14 साल पूरे होने पर आपकी बेटी के खाते में 21 लाख रुपये जमा हो जायेंगे।