गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु हैं। उन्होंने ही सिख धर्म के संस्थापना की। बता दें इस धर्म की स्थापना का मुख्य उद्देश्य गुरुमत था जिसका मतलब है अपने गुरु के आदर्शों पर चलना और उनका पालन करना, गुरु नानक जी सिख धर्म के उपदेशों और शिक्षाओं को आगे बढ़ाने का काम किया। अगर आप भी गुरु नानक देव जी की 10 सीख का पालन करेंगे तो आपका जीवन सफल हो जाएगा। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
- गुरु नानक देव अपना पहला संदेश तब दे दिया था जब वो महज 5 साल के थे। भगवान हर जगह उपस्थित होते हैं। गुरु नानक देव न ही 'इक ओंकार' का नारा दिया था और कहा था सबका पिता वहीं हैं इसलिए सभी से प्रेम करना चाहिए।
- गुरु नानक देव ने अपने एक संदेश में कहा था हमें कभी भी किसी दूसरे का हक छीनना चाहिए। मेहनत और सच्चाई से गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
- हमेशा लोभ का त्याग करना चाहिए और मेहनत कर सही तरीकों से धन कामना चाहिए।
- जरुरतमंदों की सहायता करने में हमें कभी भी पीछे नहीं हटाना चाहिए। पैसों और अन्य तरीकों से दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
- पैसा का स्थान हमेशा जेब में ही रहना चाहिए। इसे अपने ह्रदय से लगाकर नहीं करना चाहिए यानि पैसों से ज्यादा प्यार नहीं करना चाहिए।
- गुरु नानक देव पुरुष और स्त्री को हमेशा बराबर मानते थे और उनके अनुसार कभी भी महिलाओं का अनादर नहीं करना चाहिए।
- कोई भी काम तनाव के साथ न करें। हमेशा तनाव मुक्त रहकर अपना काम करें और हमेशा खुश रहें।
- संसार में जीतने से पहले खुद की बुराईओं और गलत आदतों पर विजय पाने की कोशिश करें।
- अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है इसलिए कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। हमेशा अच्छे और विनम्र होकर सेवाभाव से अपना जीवन गुजारना चाहिए।
- लोगों को प्रेम, एकता, सामनता और भाईचारा का संदेश देना चाहिए।