कोरोना वायरस के नए-नए वैरिएंट्स सामने आ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अभी थमा नहीं था कि अब तीसरी लहर की एक्सपर्ट्स चेतावनी देने लगे हैं। जिसके बाद से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। हालांकि दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना के वैरिएंट्स का सामना करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि इस वायरस की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए बच्चों में अगर हल्के लक्षण भी दिखें तो उन्हें नजरअंदाज न करें।
इन लक्षणों को न करें इग्नोर
देश में फैली कोरोना की दूसरी लहर 12 साल से कम उम्र के बच्चों के अलावा नवजात को भी अपना शिकार बना रही है। डाॅक्टर्स का कहना है कि संक्रमित बच्चों में हल्का बुखार, खांसी, जुकाम और पेट से संबंधित समस्याएं देखने को मिल रही हैं। वहीं कुछ बच्चों को शरीर में दर्द, सिरदर्द, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं की शिकायत सामने आई है। वहीं कुछ मामलों में निमोनिया पाया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बच्चों में अगर हल्के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा पेरेंट्स बच्चों में डायरिया, सांस लेने में समस्या और सुस्ती जैसे लक्षणों पर ध्यान दें। डाॅक्टर की सलाह पर ही बच्चों को दवाइयां दें।
बच्चों को पहनाएं मास्क
बच्चा अगर कोरोना से संक्रमित है तो उसे मास्क जरूर पहनाएं। उन्हें घर में रखें और किसी फंक्शन या सार्वजनिक स्थानों पर न जानें दें। अगर परिवार के किसी सदस्य को कोरोना है तो बच्चों को उनके करीब न जाने दें।
घर का खाना खिलाएं
बच्चों को बाहर का खाना न खिलाएं बल्कि घर का खाना दें। इसके अलावा फलों और सब्जियों अधिक खिलाएं। इसके साथ ही उन्हें इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए मल्टी विटामिन दें।
कोरोना के मामलों में आ सकती है कमी
वैक्सीन एक्सपर्ट गगनदीप कांग के मुताबिक इस महीने के आखिर तक कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिल सकती है। उनका कहना है कि यह वायरस अब उन क्षेत्रों को अपन शिकार बना रहा है जहां वह पिछले साल नहीं पहुंच पाया। इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों से भी कोरोना के कई मामले साामने आए हैं।