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क्या Pregnancy में कर सकते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग? एक्सपर्ट से जनिए जरूरी बातें

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 24 Jan, 2022 01:13 PM
क्या Pregnancy में कर सकते हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग? एक्सपर्ट से जनिए जरूरी बातें

वजन कम करने के लिए आजकल इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) का खूब चलन है। इसमें 12 से 16 घंटे उपवास किया जाता है, जिसमें से कुछ घंटें (12-8) में ही खाया-पिया जाता है।  मगर, बात जब प्रेगनेंसी में वजन कंट्रोल करने की आती है तो महिलाएं सोचती हैं क्या यह डाइट लेना सही है। चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं कि क्या प्रेगनेंसी में यह डाइट लेना सही है या नहीं...

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेगनेंसी किसी भी तरह की खाने पर पाबंदी या अपवास नहीं करना चाहिए क्योंकि यह वो समय है जब मां और बच्चे दोनों को पोषण की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें अधिक घंटों तक भूखा रहने के लिए कहा जाता है जबकि एक्सपर्ट प्रेगनेंसी में थोड़ी-थोड़ी देर बाद कुछ ना कुछ खाने की सलाह देते हैं।

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ऐसे कर सकती हैं इंटरमिटेंट फास्टिंग

अगर आप प्रेगनेंसी के दौरान इंटरमिटेंट फास्टिंग करना चाहती हैं तो अपना रुटीन थोड़ा अलग बनाएं। इसके लिए 5 दिन खाएं और 2 दिन उपवास करें। प्रेगनेंसी में खानपान या डाइटिंग करने से गैस्टेशनल डायबिटीज, कब्ज और लेबर के समय दिक्कत हो सकती है।

प्रेगनेंसी में इंटरमिटेंट फास्टिंग से जुड़े रिस्क

. प्रेगनेंसी में महिलाओं को सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी पौष्टिक तत्वों की जरूरत होती है, जिसके लिए खानपान बहुत जरूरी है। खान-पान में रोक लगाने से आयरन की कमी , एनीमिया की दिक्कत हो सकती है, जो शिशु के लिए सही नहीं है।

. एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेगनेंसी में ज्यादा देर भूखे रहने या पौष्टिक तत्वों की कमी से जन्म के समय शिशु का वजन सामान्य से कम हो सकता है।
. गर्भावस्था के चौथे महीने से मां को अधिक एनर्जी व पोषण की जरूरत होती है। ऐसे में डाइटिंग करने से सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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प्रेगनेंसी से पहले फास्टिंग की हो तो...?

अगर आप कंसीव करने से पहले इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रही हैं तो उससे गर्भावस्था में वजन बढ़ने का डर रहता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इस दौरान वजन स्वस्थ तरीके से बढ़ना चाहिए। ऐसे में अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग जारी रखना चाहती हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।

प्रेगनेंसी में वजन कैसे करें कंट्रोल?

. प्रेगनेंसी में हेल्दी और फिट रहने के लिए महिलाओं को किसी भी तरह की डाइट नहीं लेनी चाहिए। इसकी बजाए कैलोरी इनटेक का ध्यान रखें। पहली तिमाही में महिलाओं को 340 से 450 कैलोरीज लेनी चाहिए जबकि दूसरी तिमाही में इससे अधिक की जरूरत होती है।
. भोजन को अच्छी तरह पचाने व वजन को कंट्रोल करने के लिए एक्सरसाइज व योज का सहारा ले सकती हैं लेकिन इसके लिए अपने एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

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प्रेगनेंसी को पूरी तरह एंजॉय करें, ना कि डाइटिंग से शरीर व दिमाग पर स्ट्रेस डालें। हालांकि डिलीवरी के बाद बढ़े कोक हुए वजन को को कंट्रोल में लाने की कोशिश जरूर करें।

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