हिंदू धर्म में कई मंत्रों का जिक्र किया गया है लेकिन महामंत्र यानि गायत्री मंत्र को वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, सभी ऋषि और मुनि अकालमृत्यु से बचने के लिए इसी महामंत्र का जाप करते थे। माना जाता है रोजाना इस मंत्र का जाप शरीर की सारी नेगेटिविटी को बाहर निकाल देता है और मन को शांत करता है। चलिए आपको बताते हैं महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के फायदे व सही तरीका...
क्या है गायत्री मंत्र?
भगवान श्रीकृष्ण ने भी गीता में कहा है, 'गायत्री छंदसामहम' यानि गायत्री मंत्र मैं स्वयं ही हूं। कहा जाता है कि रोजाना इस मंत्र का जाप ना सिर्फ आयु बढ़ाता है बल्कि यह आपको रोग और भय मुक्त भी रखता है।
गायत्री महामंत्र का अर्थ:
“ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् ।।”
अर्थात 'उस प्राणस्वरुप, दुखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा का हम ध्यान करें. वह परमात्मा हमारी बुद्धि को संमार्ग में प्रेरित करे।'
कितनी बार करना चाहिए जाप?
एक माला जाप यानि 108 बार गायत्री मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति पापमुक्त हो जाता है। वहीं, एक दिन में 3 बार माला जाप यानि 324 बार मंत्र का उच्चारण अकालमृत्यु से बचाता है। अगर कोई व्यक्ति पूरे दिन में 9 बार माला जपता है तो उसकी सभी परेशानियां दूर हो जाती है। वहीं, भोजन करने से पहले इस महामंत्र का 3 बार उच्चारण करने से भोजन अमृत के समान हो जाएगा।
गायत्री मंत्र के जाप करने का समय
वेदों और पुराणों के अनुसार, सुबह प्रात:काल स्नान करने की बाद इस मंत्र का जाप करना चाहिए। हालांकि आप दोपहर और सायंकाल में भी इस मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं। हालांकि खास बात यह है कि गायत्री महामंत्र का जाप आप कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं। बस शर्त यह है कि इस दौरान आपको मौन रहना होगा।
चलिए अब आपको बताते हैं कि गायत्री महामंत्र का जाप करने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं
1. रोजाना सुबह इस मंत्र का जाप करने से मन में पॉजिटिव ख्याल और उत्साह आता है। साथ ही इससे मन धार्मिक कार्यों की ओर आकर्षित होता है।
2. इससे क्रोध शांत होता है और मन की बुराइयों का नाश होता है। इससे दिमाग भी शांत रहता है, जिससे तनाव दूर होता है।
3. घर से बाहर जाते समय 5 या 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। माना जाता है इससे समृद्धि सफलता, सिद्धि और उच्च जीवन मिलता है।
4. घर बाहर जाते समय छींक आ जाए तो मन में गायत्री मंत्र का उच्चारण करें। इससे सभी अमंगल दूर होंगे।
5. सोने से पहले मन में 11 बार गायत्री मंत्र का जाप करने से बुरे सपने नहीं आते। साथ ही इससे स्वप्न दोष भी दूर होता है।
6. सुबह स्नान करने के बाद रुद्राक्ष या तुलसी की माला से 108 बार इस मंत्र का जाप करने से बीमारियां भी आस-पास नहीं फटकती।
7. इससे त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और तनाव दूर होता है। इससे स्किन ग्लो करने लगती है।