प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखने से पहले हनुमानगढ़ी में पौधारोपण किया था। वहां उन्होंने पारिजात वृक्ष यानि हरसिंगार का पौधा लगाकर कार्यक्रम की शुरूआत थी। मगर, हम आपको हरसिंगार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। चलिए आपको बताते हैं इसके फायदे
क्या है हरसिंगार यानि पारिजात?
वेदों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हरे पत्ते, सफेद व खुशबूदार फूलों के इस वृक्ष हनुमान जी वास करते हैं। इसे कूरी, सिहारु, सेओली और पारिजात नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक नजरिए के अलावा आयुर्वेद में भी इस वृक्ष का काफी महत्व है। इसमें मौजूद औषधिए गुणों के कारण इसका इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया जाता है।
चलिए आपको बताते हैं हरसिंगार के फायदे
खांसी में है फायदेमंद
खांसी-जुकाम होने पर इसकी छाल का चूर्ण बनाकर गर्म पानी के साथ लें। इससे आपको कुछ समय में ही फर्क देखने को मिलेगा।
गले में खराश
गले में खराश, दर्द, सूजन हो तो हरसिंगार की जड़ चबाएं। इससे गले से जुड़े सभी विकार दूर हो जाएंगे।
नाक से खून बहना
गर्मियों में नकसीर फूटना यानि नाक से खून बहने की समस्या आम देखने को मिलती है। ऐसे में परेशान ना हो बस हरसिंगार की जड़ चबाएं।
पेट के कीड़े मारे
पेट में कीड़े की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए पारिजात के पत्ते का रस निकालें। उसमें चीनी मिलाकर दिन में 2 बार लें। इससे पेट के कीड़े भी मर जाएंगे और आंतों की सफाई भी होगी।
डायबिटीज में फायदेमंद
इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर रोजाना दिन में 2 बार पीएं। इससे खून में शुगर व ग्लूकोस का मात्रा कंट्रोल रहेगी, जो डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है।
बार-बार पेशाब आना
कुछ लोगों को परेशान रहती है कि उन्हें बार-बार यूरिन आता है। इसके कारण रात को ठीक से नींद भी नहीं पाती। ऐसे में आप इसके पत्ते, फूल व जड़ का काढ़ा बनाकर दिन में 2 बार लें। इससे आपकी परेशानी दूर होगी।
डैंड्रफ की छुट्टी
पारिजात के बीजों की अच्छी तरह पीसकतर स्कैल्प पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद शैंपू से धो लें। इससे डैंड्रफ की समस्या जड़ से खत्म होगी और बाल भी शाइनी सिल्की होंगे।